केकड़ी, 29 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने 11 सूत्री मांग पत्र पर किए गए समझौते की क्रियान्विती नहीं होने से सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया है। इस संबंध में पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र चौहान को पत्र देकर संगठन के निर्णय से अवगत कराया है। पत्र में उन्होंने बताया कि 11 सूत्री मांग पत्र पर किया गया समझौता आज तक धरातल पर नहीं उतरा। इसके कारण कर्मचारियों में आक्रोश है। मांगों पर सार्थक कार्यवाही नहीं होने तक पशु चिकित्सा कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा।
ये रहे मौजूद इस मौके केकड़ी नोडल क्षेत्र में कार्यरत रामप्रसाद झारोटिया, मनोज कुमार वैष्णव, सुनील कुमार शर्मा, शीला सुवालका, रामरतन माली, राकेश माली, कृष्ण गोपाल नामा, महेश जांगिड़, गायत्री पंवार, भंवरलाल प्रजापत, धर्मराज रेगर, रजनी सैनी, रामसिंह चौधरी, प्रहलाद रेगर, रमेश मीणा, सांवरा कुमावत, सावित्री झारोटिया, दुर्गालाल खटीक, सियाराम कुमावत, मोतीलाल रेगर, मोतीलाल मीणा, राजेश मीणा, सीमांत शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ पशु चिकित्सा सेवा से जुडे़ कर्मचारियों के अवकाश पर जाने से पशु चिकित्सा सेवा पूरी तरह गड़बड़ाने के आसार है। वर्तमान में पशुओं में लम्मी स्किन डिजीज का संक्रमण चल रहा है। ऐसे में यह संक्रामक रोग गंभीर रूप धारण कर सकता है।
समझौते की क्रियान्विती नहीं होने से गुस्साए पशु चिकित्सा कर्मचारी, सामूहिक अवकाश का लिया फैसला, पशु चिकित्सा सेवा गड़बड़ाने के आसार

केकड़ीः पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र चौहान को पत्र सौंपते पशु चिकित्सा कर्मचारी।