केकड़ी, 21 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): कंजर समाज सुधार समिति की बैठक का आयोजन कंजर बस्ती के सामुदायिक भवन में किया गया। बैठक में चार चौकी खारी खंड, अजमेरा खंड, मेवाड़ खंड व नागर चाल खंड के लोग शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए अखिल राजस्थान कंजर समाज महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष चाकसू निवासी ग्यारसीलाल गोगावत ने कंजर समाज में व्याप्त कुरीतियों के बारे में बताते हुए इन्हें छोड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए समाज में एकजुटता जरूरी है। वर्ष 1993 में भी चारी प्रथा का उन्मूलन करने के बारे में निर्णय किया गया था। लेकिन समाज के लोगों ने निर्णय की अनुपालना नहीं की। वर्तमान समय में चारी प्रथा पर रोक नहीं लगाई गई तो यह प्रथा आने वाले दिनों में समाज के ताने बाने को छिन्न भिन्न कर देगी। आपसी विचार विमर्श के बाद समाज के सभी लोगों ने सर्वसम्मति से समाज में व्याप्त चारी प्रथा, शराब प्रथा, गुवार (नट) जाति प्रथा सहित अन्य क्रुप्रथाओं एवं कुरीतियों को त्यागने का निर्णय किया।गोगावत ने बताया कि बैठक में हुए निर्णय का उल्लंघन करने पर समाज द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इन्होंने रखे विचार बैठक में सरवाड़ के शांतिलाल रमलावत, महावीर रमलावत, ओमप्रकाश रमलावत व धारासिंह रेपावत, चाकसू के सोहनलाल जगावत, राधेश्याम जगावत, केलाश लदाणा, ताराचंद, रसीद, राजेन्द्र गरूडवासी व रामतन, कादेड़ा के रामगोपाल कर्मावत, बागड़ी भीलवाड़ा के दौलतराम हीरावत, मालपुरा के गिर्राज भरतावत, मनोज भरतावत व रूपचंद भरतावत, ब्यावर के रमन छितरावत सहित समाज के कई व्यक्तियों ने विचार व्यक्त किए। बाबा ताराचंद कर्मावत, सुरेश कर्मावत, टेंक नं.3 से रमेश मनणावत, रामकुंवार मनणावत, रामगोपाल कर्मावत आदि ने समाज सुधार के बिंदुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया। शुरुआत में स्थानीय समाजबंधुओं ने बाहर से आए पदाधिकारियों व समाज के प्रमुख लोगों का साफा बंधवाकर स्वागत किया। संचालन मुरलीधर उदावत ने किया। व्यवस्था का जिम्मा धनराज उदावत ने संभाला। इस मौके पर बड़ी संख्या में दूरदराज से आए समाजबंधु मौजूद रहे।
समाज सुधार के क्षेत्र में कंजर समाज ने किया बड़ा निर्णय, चारी प्रथा समेत अन्य कुरीतियों पर लगाई रोक
