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सरकारी कर्मचारी लगा रहे गुहार, नई पेंशन की टेंशन खतम करो सरकार

केकड़ी। नई पेंशन योजना बंद करने एवं पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के नेतृत्व में सरकारी कर्मचारियों व शिक्षकों ने बुधवार को उपखण्ड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकारी कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की तथा नई पेंशन स्कीम की होली जलाई। नारेबाजी व प्रदर्शन के बाद उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम लिखा ज्ञापन सौंप कर एनपीएस योजना को बंद करने की मांग की गई।

केकड़ी में उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते सरकारी कर्मचारी एवं शिक्षक।

जिला अध्यक्ष रामधन जाट ने बताया कि एनपीएस में जीपीएफ की सुविधा नहीं है। एनपीएस पेंशन योजना नहीं होकर शेयर बाजार आधारित योजना है, इसमे जमा धन सुरक्षित रहने का कोई भरोसा नहीं है। एनपीएस में सेवाकाल के दौरान मृत्यु होने पर नाम मात्र की पारिवारिक पेंशन मिलती है। इसके अलावा सेवानिवृत्ति के बाद मेडिकल का लाभ नहीं मिलता तथा पेंशन कम्प्यूटेशन का प्रावधान नहीं है। ऐसे में इस योजना को तत्काल प्रभाव से बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। जिससे कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित रह सके।

केकड़ी में एनपीएस की होली जलाते सरकारी कर्मचारी एवं शिक्षक।

इस मौके पर प्रदेश महामंत्री विष्णु कुमार तेली, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश गौड़, प्रदेश प्रवक्ता विक्रांत वैष्णव, कैलाशचन्द झारोटिया, श्रीराम बैरवा, रोडूलाल बैरवा, गोपाल बैरवा, श्याम पारीक, अशोक कुमार सैनी, सुबोध कुमार उपाध्याय, नन्दकिशोर शर्मा, रमेश डसाणियां, अब्दुल गफ्फार देशवाली, लोकेश कुमार झारोटिया, कालूराम खटीक, भंवरलाल बैरवा, कालूराम मीणा, अजय सांखला, दिनेश पंवार, अनिता वर्मा, फरीदा बानो, पदम सिंह राठौड़, गणेशलाल पारीक समेत अनेक शिक्षक एवं सरकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

सावर में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते सरकारी कर्मचारी एवं शिक्षक।

सावर में तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

सावर। यहां राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील शाखा सावर की ओर से तहसीलदार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम लिखा ज्ञापन सौंप कर नई पेंशन योजना बंद करने की मांग की गई। इस मौके पर अध्यक्ष चान्दमल खटीक, सचिव कुलदीप चौहान, कोषाध्यक्ष अजीज मोहम्मद, नरेन्द्र सैन, घनश्याम माली, नित्यानन्द, राजेन्द्र राठौड़, महेश नाथ, रमेशचन्द्र, गोपाल खटीक, देवराज गुर्जर, कैलाशचन्द, शिवराज जाट, रामराज साहू, भगवत सिंह शक्तावत समेत अनेक कर्मचारी व शिक्षक मौजूद रहे।

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