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सरकारी विद्यालय में व्याख्याता नहीं होने से बच्चों ने दिखाई अरूचि, नहीं लिया एक भी विद्यार्थी ने कक्षा 11 में प्रवेश

प्रतीकात्मक फोटो

बांदनवाड़ा, 09 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिले के बांदनवाड़ा कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में गणित विज्ञान एवं कृषि विज्ञान के व्याख्याता के 3—3 पद स्वीकृत होने के बावजूद एक भी व्याख्याता की नियुक्ति नहीं होने से इस वर्ष कक्षा 11 में एक भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया। विद्यार्थियों का मानना है कि जब विद्यालय में व्याख्याता ही नहीं होंगे तो पढ़ाई कैसे होगी। ऐसे में उन्होंने निजी विद्यालय का रुख करते हुए वहां प्रवेश ले लिया। निजी विद्यालय में पढ़ने के कारण उनकी जेब पर आर्थिक भार पड़ रहा है। लेकिन इसके सिवा उनके पास कोई चारा नहीं है। विद्यालय में व्याख्याता नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। उन्हें निजी विद्यालय में महंगी शिक्षा प्राप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बांदनवाड़ा (भवन का फाइल फोटो)

मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कराया अवगत बांदनवाड़ा कस्बे के सामाजिक कार्यकर्ता एवं एडवोकेट डॉ. मनोज आहूजा का कहना रहा कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, इसके कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई। अगर यही सिलसिला चलता रहा तो आने वाले एक—दो वर्षों में विद्यालय पर ताला लग जाएगा। उन्होंने इस संबंध में प्रधानाचार्य से भी बात की, लेकिन वे भी कोई सार्थक जवाब नहीं दे सके। आहूजा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला को पत्र लिख कर विद्यालय में व्याख्याता नियुक्त करने की मांग की है।

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