केकड़ी, 11 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): निकटवर्ती ग्राम बघेरा में मुस्लिम नौजवान कमेटी के तत्वावधान में सोमवार रात्रि को जश्ने ईद मिलादुन्नबी के तहत जलसा—ए—मोहम्मदी का आयोजन किया गया। इस दौरान जामा मस्जिद को दुल्हन की तरह सजाया गया। जलसे में मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों सहित बाहर से आए औलिमाओ ने नात, कलाम और तकरीरें पेश की। कार्यक्रम की शुरुआत जामा मस्जिद के पेश इमाम मोहम्मद मुकीम रजा मुरादाबादी ने तिलावते कुरान से की। जलसे के अंत में फातिहाख्वानी हुई। कार्यकर्ताओं ने उपस्थित लोगों को तबर्रुक तकसीम किया।
झूमने पर किया मजबूर जयपुर से आए नातखा मोहम्मद उमर रजा मुरादाबादी ने नूर वाला आया रे, नूर लेकर आया रे…, आमद ए मुस्तफा मरहबा मरहबा… सहित कई नाते कलाम पेश किए। जिसमें लोग झूमने पर मजबूर हो गए। उसके बाद हजरत ओलामा मौलाना कारी नईमुद्दीन रामपुरी ने मोहम्मद मुस्तफा की पैदाइश और नमाज़ की फजीलत पर तकरीर पेश की। उन्होंने कहा कि आखरी पैगंबर मोहम्मद साहब ने दुनिया में आकर आपस में मोहब्बत खुलूस का पैगाम दिया। उन्होंने मोहम्मद साहब की सुन्नतों पर अमल करने का आह्वान किया।
बच्चों ने दी प्रस्तुतियां शुरुआत में जामा मस्जिद में दीनी तालीम ले रहे सानिया, जोया, सिमरन, अली अहमद, सोलानी, हिना, कोहिनूर, आरिफा सहित अन्य बच्चों ने नात और विविध कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। आयोजन समिति की ओर से कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। आयोजन में नौजवान कमेटी के मोहम्मद दानिश, एजाज खान, अरशद खान, अली रजा, समीर, आफताब, अमन तैयब खान, रेहान अली, मोहम्मद सोहेल, फारूक मोहम्मद, जुनैद सिलावट, अतीक उर रहमान आदि ने विशेष सहयोग किया।
