Thursday, June 19, 2025
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सादगी से काम किया, सादगी से हुए सेवानिवृत्त, ना बैंड बजा, न हुआ कोई आयोजन

केकड़ी, 01 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक महेश नारायण शर्मा 39 वर्षों की सेवा के बाद बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। हमेशा तामझाम से दूर रहकर सादगी से काम करने वाले शर्मा की विदाई भी बहुत सादगी से हुई। इस दौरान ना तो कोई बैंड बजा, न ही किसी तरह का कोई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर शर्मा ने न तो फूल मालाएं स्वीकार की, न ही साफा आदि बंधवाया। उन्होंने किसी तरह का गिफ्ट व स्मृति चिन्ह भी स्वीकार नहीं किया। यहां तक कि विदाई का तिलक भी नहीं लगवाया। शर्मा ने अंतिम दिन सेवा देने के बाद विद्यालय में स्थित सरस्वती माता के मंदिर में दर्शन किए और अकेले की घर के लिए रवाना हो गए। जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने घर पर भी किसी तरह के समारोह का आयोजन नहीं किया।

अंगदान की घोषणा की सेवानिवृत्ति के अवसर पर शर्मा ने सबसे महत्वपूर्ण कार्य करते हुए मरणोपरांत अंगदान करने की घोषणा की। इसके लिए उन्होंने बकायदा शपथ पत्र लिख कर मरणोपरांत कोर्निया, किडनी व लीवर दान देने की घोषणा की है। ज्ञातव्य है कि शर्मा की राजकीय सेवा में प्रथम नियुक्ति 1984 में हुई। इसके बाद उन्होंने अलग अलग विद्यालयों में अपनी सेवाएं दी। केकड़ी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में वे पिछले 15 वर्षों से सेवाएं दे रहे है। विद्यालय के प्रधानाचार्य दशरथ सिंह शक्तावत ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक महेश नारायण शर्मा की सेवानिवृत्ति के अवसर पर विद्यालय स्टॉफ ने एक सादे समारोह में भावभीनी विदाई दी। वक्ताओं ने जीवन की एक नई पारी की शुभकामना दी और अच्छे स्वास्थ्य की मंगलकामना की।

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