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सोलह साल के बालक ने कर दिया कमाल, हर कोई दांतो तले अंगुली दबाने को हुआ मजबूर

केकड़ी (नीरज जैन ‘लोढ़ा’) हौसला और जुनून हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। यहां सापण्दा रोड स्थित आजाद कॉलोनी में रहने वाले 16 वर्षीय कार्निक बंसल ने हौसले की नई मिसाल कायम की है। उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी पेट्रोल बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में बदल कर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया है। अध्यापक राजेन्द्र कुमार जैन के पुत्र कार्निक ने बताया कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से हर वर्ग परेशान है। ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल ही इसका विकल्प साबित हो रहा है। बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें आसमान छू रही है। महंगी होने के कारण इसे खरीदना हर किसी के वश में नहीं है।

कार्निक द्वारा मोडिफाई की गई बाइक

ऐसे में कार्निक ने पिता की स्वीकृति लेकर पुरानी बाइक को ही ई—बाइक में बदलने की सोची। विज्ञान का विद्यार्थी होने के कारण उसे इन सबके बारे में पहले से ही जानकारी थी। इसके बाद भी शुरुआत में उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उसने अपना हौसला बरकरार रखा। सबसे बड़ी समस्या आई कि बैटरी को किस जगह फिट किया जाए। ताकि बाइक की सवारी असुविधाजनक नहीं हो। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। बाद में उन्होंने खुद के स्तर पर ही बैटरी बनाने की ठानी और बैटरी बनाने का सामान जुटाना शुरु कर दिया। उन्होंने इंजन के ठीक उपर जगह बनाई तथा उसी अनुरुप बैटरी का निर्माण शुरु कर दिया। उन्होंने देशी तरीके से 48 वोल्ट की लिथियम आयरन फोस्फेट बैटरी तैयार की, जिसकी क्षमता 1.5 केवी रखी गई।

कार्निक बंसल

बैटरी फिट करने के बाद बाइक में कई तरह के नए सुधार किए गए। तैयार होने के बाद बाइक ने फर्राटा भरा तो कार्निक की आंखों से खुशी के आंसू निकल गए। कार्निक ने बताया कि इस बैटरी की गारंटी 10 साल की है तथा यह दो घण्टे में फुल चार्ज हो जाती है। बैटरी को फुल चार्ज करने में लगभग 6 रुपए का खर्चा आता है। एक बार फुल चार्ज होने के बाद यह बाइक 80 किलोमीटर का रास्ता तय कर सकती है। इसमें रिवर्स गेयर का सिस्टम भी है। इसे तैयार करने में कार्निक को कुल 8 दिन का समय लगा तथा 30 हजार रुपए की लागत आई। कार्निक के अनुसार व्यावसायिक स्तर पर कार्य करने से इसकी लागत में बेहद कमी लाई जा सकती है।

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