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111 कुंडात्मक नौ दिवसीय श्री देवनारायण विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ 8 जून से, तैयारियों में जुटे कार्यकर्ता

केकड़ी: मीणों का नयागांव स्थित भगवान देवनारायण का थान।

केकड़ी, 02 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिले के मीणों का नयागांव में स्थित भगवान देवनारायण स्थल पर 8 जून से 111 कुंडात्मक नौ दिवसीय श्री देवनारायण विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ होगा। महायज्ञ को लेकर सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी गई है। यज्ञ प्रेरक रघुवीर दास महाराज एवं यज्ञ का आयोजन महंत शंकर दास बापू के सानिध्य में किया जाएगा। महायज्ञ में 111 हवन कुंड बनाए जा रहे हैं। हवन कुंड के लिए बांस व बल्लियों से यज्ञशाला तैयार की जा रही है। वहीं पांच डोम भी बनाए जा रहे हैं।

कलश यात्रा में शामिल होगी 1100 महिलाएं पंडित अनंत पुरोहित ने बताया कि 8 जून से श्रीमद् भागवत कथा व‌ महायज्ञ का शुभारंभ होगा। यज्ञ का समापन 16 जून को पूर्णाहुति के साथ होगा। इस दौरान 8 जून से 15 जून तक रोजाना प्रातः 9 बजे से दोपहर 1 तक महामंडलेश्वर स्वामी जगदीशपुरी महाराज अपने मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराएंगे। यज्ञ के शुभारंभ पर विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी। कलश यात्रा में 1100 महिलाएं शामिल होगी।

केकड़ी: महायज्ञ के लिए तैयार की जा रही यज्ञशाला।

ये रहेगा कार्यक्रम सरपंच रामप्रसाद मीणा ने बताया कि 8 जून को यज्ञ का शुभारंभ होगा। इस मौके पर प्रायश्चित संकल्प, अश्वविधि स्नान, कलश यात्रा, मंडप प्रवेश, गणपति पूजन, ब्राह्मण वरण और अरणीमंथन का आयोजन होगा। कलश यात्रा प्रातः 8.15 बजे निकाली जाएगी। वहीं 9 जून से नित्य मंगलाचरण, वेदस्तुति, नित्यार्चन व प्रातः 8.15 बजे से दोपहर 1 बजे तक रोजाना हवन होगा। 16 जून को नित्य मंगलाचरण, वेदस्तुति, नित्यार्चन व हवन प्रारंभ होगा। देवनारायण विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति, महाआरती, महाप्रसादी व संत विदाई का कार्यक्रम आयोजित होगा। 7 जून से 15 जून तक रोजाना रात को 8:15 बजे से चारभुजा रामलीला मंडल नागौर की और से 9 दिवसीय रामलीला का मंचन किया जाएगा।

5 जून को लगेगी बोली सरपंच रामप्रसाद मीणा ने बताया कि 5 जून को प्रातः 9 बजे से देवनारायण स्थल पर प्रधान कुंड, हाथी की सवारी, कलश, भागवत शिरोधारण करने की बोली सहित घोड़ा बग्गी में बैठने, ध्वज उठाने, देवनारायण का घोड़ा पकड़ कर चलने और चंवर, झालर, शंख, आरती, चांदी, पूजा सहित अन्य बोलियां लगाई जाएगी। यज्ञस्थल पर महायज्ञ के लिए पांच बड़े-बड़े डोम बनाए जा रहे हैं। जिनमें भोजनशाला, रामलीला, भागवत कथा सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। गर्मी को देखते हुए डोम को वातानुकूलित बनाया जा रहा है।

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