Site icon Aditya News Network – Kekri News

हजरत ख्वाजा सूफी अब्दुर्रज्जाक शाह का 13वां सालाना उर्स, सूफी संतों ने दिया कौमी एकता का संदेश, सुदर्श अवार्ड समारोह में प्रतिभाओं का किया सम्मान

केकड़ी: जूनियां में उर्स के दौरान आयोजित सूफी कॉन्फ्रेंस व सुदर्श अवॉर्ड समारोह में उपस्थित अतिथि।

केकड़ी, 5 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जूनियां कस्बे के जयपुर रोड पर स्थित मुर्शिद नगर में हजरत ख्वाजा सूफी अब्दुर्रज्जाक शाह के 13वें सालाना उर्स में तीसरे दिन सोमवार को कुल की रस्म अदा की गई। गुलाब जल और इत्र व केवड़े की महक, कुल के छींटे देने की होड़, सूफियाना कव्वालियों पर झूमते मुरीद, शहनाई व शादियाने की गूंज के बीच दुआ में उठे हजारों हाथ… यह नजारा दरगाह पर उर्स के दौरान देखने को मिला। रविवार देर रात महफिले समा का आयोजन हुआ। जिसमें जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर सहित दूरदराज के एक दर्जन से अधिक कव्वाल पार्टियों ने हजरत सूफी अब्दुर्रज्जाक शाह कि शान में जिंदा हूं इसलिए की हमें तुमसे प्यार है…, मोह पे दया करो महाराजा ख्वाजा हसन के लाल…, मेरा कोई तेरा सिवा ख्वाजा रज्जाक…, आज दूल्हा बने ख्वाजा रज्जाक… साहित कई सूफियाना कलाम पेश किए। दूरदराज से आये जायरीनो का दरगाह में चादर व फूल पेश करने का सिलसिला जारी रहा।

केकड़ी: जूनियां में उर्स के दौरान आयोजित सूफी कॉन्फ्रेंस व सुदर्श अवॉर्ड समारोह में वरिष्ठ पत्रकार चांद मोहम्मद शेख को सम्मानित करते ट्रस्ट के सदस्य व अतिथि।

कुल की महफिल में झूमे लोग सोमवार सुबह कुरान ख्वानी, कुल की रस्म दरगाह के सज्जादानशीन हजरत सूफी डॉ.अब्दुल लतीफ शाह (अन्ना मिया) व पटना के हजरत सैयद समीउदीन अहमद साहब के सानिध्य में अदा की गई। महफिल खाने में सुबह कुल की महफिल हुई। जिसमें असलम व फहिम जयपुरी कवाल एंड पार्टी ने…. आज रंग है ऐ मां रंग हे री सूफी रज्जाक के घर रंग है… कलाम पढ़ा तो जायरीन अपने पीर के रंग में रंग गए। लोग झूमने को मजबूर हो गए।

सूफी संतों ने दिया कौमी एकता का संदेश वहीं पटना सें आये हजरत सैयद समीउदीन अहमद साहब ने तकरीर पेश की। उन्होंने कहा कि सूफीवाद एक इस्लामी आध्यात्मिक और रहस्यवादी दृष्टिकोण है जो प्रेम, सद्भाव, और ईश्वर के साथ एकता पर जोर देता है। यह ईश्वर के प्रति व्यक्तिगत भक्ति और प्रेम और करुणा पर केंद्रित आध्यात्मिक मार्ग पर जोर देता है। सूफी संदेश किसी खास पंथ का संदेश नहीं है, बल्कि जीवन को बेहतर ढंग से समझने का संदेश है। यह मानवता में भाईचारे की भावना को जगाता है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति दूसरे के धर्म के प्रति सहिष्णुता रखता है और एक-दूसरे की गलती के लिए क्षमा करता है।

केकड़ी: पत्रकार सिकंदर अली को सम्मानित करते ट्रस्ट के सदस्य।

सूफी कॉन्फ्रेंस व सुदर्श अवॉर्ड समारोह में प्रतिभाओं का सम्मान महफिले रंग व जोड़ा पोशी के बाद सूफी कॉन्फ्रेंस में विद्वानों नें अपने अपने विचार प्रकट किए और देश की तरक्की व अमन-चैन-प्रेम-शांति,सद्भाव भाई चारे के लिए दुआ व प्रार्थना की। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें रज्जाकी पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सुदर्श अवार्ड दिए गए। शिक्षा के क्षेत्र में पूर्व विशेषाधिकारी, अतिरिक्त निदेशक जयपुर डॉ.सतीश कुमार, तसव्वुफ व शांति के क्षेत्र में हजरत निजामुद्दीन औलिया दिल्ली दरगाह के सज्जादानशीन हजरत सैयद फरीद अहमद निजामी, सामाजिक सरोकार के लिए राजस्थान सरकार के पूर्व शिक्षा सचिव व सेवानिवृत आईएएस अशफाक हुसैन, खेल के क्षेत्र में महिला मानवाधिकार व महिला जन अधिकार समिति अजमेर से इंदिरा पंचोली एवं पत्रकारिता व साहित्य के क्षेत्र में जयपुर के वरिष्ठ समाचार संपादक चांद मोहम्मद शेख को सुदर्श अवार्ड से सम्मानित किया गया।

संदल शरीफ का जुलूस मंगलवार को एडवोकेट सूफी अबुल कलाम शाह उर्फ गुड्डू मियां ने बताया कि 6 मई मंगलवार को सुबह कुरान ख्वानी के बाद अंबापुरा रोड पर स्थित महफिल खाने से संदल शरीफ का जुलुस रवाना होगा, जो कस्बे में होता हुआ दरगाह शरीफ पहुंचेगा। जहां पर रस्मे संदलपोशी, महफिले रंग व दुआ के बाद चार दिवसीय उर्स का समापन होगा।

Exit mobile version