केकड़ी, 12 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अजमेर की टीम ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत बुधवार को केकड़ी में मिठाई की तीन दुकानों की जांच-पड़ताल की तथा मिठाई के नमूने लिए। वहीं मोबाइल टीम ने 20 प्रतिष्ठानों की जांच कर चल लैब में कुल 35 नमूनों की स्पॉट जांच की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि मिलावट की संभावना को देखते हुए कुल तीन मिठाई विक्रेताओं के यहां मिठाई के नमूने लिए गए है। इन नमूनों को लेबोरेटरी जांच के लिए भिजवाया गया है। इसके अलावा मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब ने 20 प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई कर मावा, पनीर, मिठाई, हल्दी, मिर्ची, धनिया, दाल, बेसन आदि खाद्य पदार्थों के 35 नमूनों की टेस्टिंग की।
प्राथमिक जांच में नही मिली मिलावट चल वाहन द्वारा किए गए टेस्ट में प्राथमिक तौर पर किसी तरह की मिलावट नहीं पाई गई। इस दौरान अधिकारियों ने मिठाई विक्रेताओं को अपनी दुकान में साफ—सफाई की उचित व्यवस्था रखने एवं मिठाईयों पर निर्माण व उपयोग की तिथि अंकित करने के निर्देश दिए। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी, प्रशिक्षु घनश्याम सिंह सोलंकी, फूड एनेलिस्ट आशुतोष, लैब असिस्टेंट चेतना गुर्जर, डेयरी प्रतिनिधि दीपक वैष्णव, सहायक राजकुमार इंदौरिया, चालक गणपत आदि शामिल रहे।
225 ने किया आवेदन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को नगर पालिका केकड़ी में शिविर आयोजित कर रजिस्ट्रेशन एवं लाईसेंस के लिए आवेदन लिए गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि केकड़ी के कुल 225 व्यापारियों ने आवेदन किया है। इनमे से 40 जनों को हाथों हाथ लाइसेंस जारी किए जा चुके है। उन्होंने बताया कि नए नियमों के अनुसार खाने पीने का सामान बेचने वाले सभी व्यापारियों को रजिस्ट्रेशन करवाना अथवा लाईसेन्स लेना अनिवार्य है। जांच अथवा चेकिंग के दौरान बिना लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन व्यापार किए जाने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है।
