Saturday, March 15, 2025
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संयम धारी साधकों की संगति से जीवन में आती चारित्र की सुगन्ध, गुरु देते खुशहाली का मंत्र

केकड़ी, 18 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): दिगम्बर जैन आचार्य वैराग्यनंदी महाराज ने कहा कि चारित्र धारी साधकों की संगति से जीवन में चारित्र की सुगन्ध फैलती है। गुरु प्रत्येक प्राणी के जीवन में खुशहाली का मंत्र देता है। गुरु मुख से निकले शब्द कर्ण रूपी कानों से सुनकर आत्मसात कर लेने चाहिए। वे बोहरा कॉलोनी स्थित नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान का मन्दिर ऐसा भव्य व सुन्दर होना चाहिए कि हर व्यक्ति उसके प्रति आकर्षित हो। मिट्टी सभी जगह एक सी ही होती है लेकिन वही मिट्टी तीर्थकरों के जन्म व मोक्ष कल्याणक स्थान पर वंदनीय हो जाती है।

केकड़ी: दिगम्बर जैन आचार्य वैराग्यनंदी की अगवानी करते जैन समाज के लोग।

अगवानी में उमड़ा जैन समाज मीडिया प्रभारी रमेश बंसल व पारस जैन ने बताया कि आचार्य वैराग्यनंदी महाराज ससंघ 21 पिच्छी का सावर रोड तिराहे पर मंगल प्रवेश हुआ। जहां सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा भव्य अगवानी की गई। जुलूस गाजे बाजे व मां विशुद्ध वर्धनी घोष के साथ अजमेरी गेट, सदर बाजार, घंटाघर, चंद्रप्रभु चैत्यालय, आदिनाथ मंदिर होते हुए नेमीनाथ मंदिर पहुंचा। जहां धर्मसभा का आयोजन हुआ। दीप प्रज्वलन व चित्र अनावरण रामगढ़ उदयपुर समाज द्वारा एवं पाद प्रक्षालन ताराचंद टीकम चंद मोनू कुमार पीटी ने किया। विनायंजलि चन्द्रकला जैन ने प्रस्तुत की। संचालन मंत्री भागचंद जैन धूंधरी ने किया। अध्यक्ष अमर चंद चोरुका ने बताया कि 19 नवम्बर को नेमिनाथ मंदिर मे आचार्यश्री के सानिध्य मे शांतिनाथ मंडल विधान का आयोजन किया जाएगा।

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