केकड़ी, 27 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ केकड़ी के तत्वावधान में आयोजित अंजनशलाका, प्रतिष्ठा एवं दीक्षा महोत्सव के दौरान रविवार को पार्श्वनाथ भगवान का दीक्षा कल्याणक महोत्सव विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। सुबह भगवान की दीक्षा एवं मुमुक्षु शांतिलाल गुलेच्छा के वर्षीदान का भव्यातिभव्य वरघोड़ा निकाला गया।
विभिन्न मार्गों से निकला वरघोड़ा चन्द्रप्रभु मंदिर से रवाना होकर घण्टाघर चौराहा, सदर बाजार, खिड़की गेट, अस्पताल मार्ग, अजमेरी गेट, घण्टाघर चौराहा, जूनियां गेट, जयपुर रोड, बघेरा रोड चौराहा होते हुए दादाबाड़ी परिसर में नवनिर्मित शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के जिनालय स्थित वाराणसी नगरी में पहुंच कर सम्पन्न हुआ।
शाही लवाजमे के साथ निकाला वरघोड़ा वरघोड़े में दो हाथी, घोड़े, ऊंट, चार शाही बग्घी, स्वर्ण मंडित रथ, जैन पताका लिए बालिकाएं, मंगल कलश लिए महिलाएं, खुले वाहन में राजदरबार के सदस्य, प्रभु के विविध प्रसंगों की झांकियां, काठियावाड़ी ढोल, हिम्मतनगर व पाली का बैंड, वीरमगांव की शहनाई वादन आदि लोगों के आकर्षण का केन्द्र थी।
बनाई आकर्षक रंगोली अहमदाबाद से आए राहुल स्वामी ने आकर्षक रंगोली बनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वरघोड़े पर मानव रहित हैलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। वरघोड़े की व्यवस्था का जिम्मा नवयुवक मण्डल के सदस्यों ने बखूबी निभाया।
मुनि संघ व साध्वी मण्डल ने बढ़ाई जुलूस की शोभा जुलूस में खरतरगच्छ आचार्य पीयूषसागर सूरीश्वर महाराज आदि ठाणा 13, साध्वी चन्दनबाला आदि ठाणा 10, साध्वी शुभदर्शना आदि ठाणा 03, साध्वी प्रभंजना आदि ठाणा 04 एवं साध्वी अतुलप्रभा आदि ठाणा 03 एवं केकड़ी समेत देश भर से आए श्रद्धालु शामिल रहे।
पुण्य उदय होने पर मिलता प्रतिष्ठा को निहारने का सौभाग्य वरघोड़े के वाराणसी नगरी पहुंचने पर प्रतिष्ठा, ध्वजा आदि के चढ़ावे की बोलियां हुई। जाजम मुहुर्त के लाभार्थी लोढ़ा परिवार ने गुरुदेव से अभिमंत्रित वासक्षेप लेकर सभा मण्डप में जाजम बिछाई। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि सम्यकरत्न सागर ने कहा कि परम पिता परमात्मा के मंदिर की प्रतिष्ठा महोत्सव को निहारने का अवसर भाग्यशाली व्यक्ति को ही प्राप्त हो सकता है। महान पुण्य का उदय होने पर ही व्यक्ति परमात्मा के नाम कर्म का बन्धन होता है।
बढ़ चढ़कर लिया चढ़ावे का लाभ सुप्रसिद्ध संगीतकार नरेन्द्र वाणीगोता ‘निराला’ ने चिर परिचित अंदाज में बोलियां बुलवा कर जिन शासन की शोभा में अभिवृद्धि की। इस दौरान माता—पिता द्वारा दीक्षा की आज्ञा प्रदान, बहन द्वारा दीक्षा की शुभकामना एवं कुल महतरा द्वारा दीक्षा की शुभाशीष के कार्यक्रम का जीवंत मंचन किया गया। नरेन्द्र वाणीगोता ने दीक्षा कल्याणक की भावपूर्ण प्रस्तुति देकर उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। भगवान की दीक्षा का विधान देखकर हर आंख नम हो गई।
परमात्मा ने ली दीक्षा इसके बाद आचार्य पीयूषसागर एवं विधिकारक तुषार गुरुजी के दिशा निर्देशन में दीक्षा विधि, केश लोचन, प्रभु का प्रथम दीक्षा विहार आदि का आयोजन किया गया। दोपहर में मंदिर परिसर में अंजन घोटने एवं अंजन वोहराने का कार्यक्रम हुआ। अपरान्ह बाद मुमुक्षु शांतिलाल गुलेच्छा चैन्नई के परिवारजन की ओर से गांव सांझी एवं मेहन्दी वितरण की गई।
प्रतिष्ठा एवं दीक्षा सोमवार को श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह सिंघवी ने बताया कि सोमवार को सुबह शुभ मुहुर्त में परामत्मा की मंगलमय प्रतिष्ठा, कायमी ध्वजारोहण, सुवर्ण कलश स्थापना, तोरण बंधन, माणक स्तंभारोपण एवं मुमुक्षु शांतिलाल गुलेच्छा की जैन भागवती दीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
दीक्षा कल्याणक पर निकाला भव्य वरघोड़ा, मुमुक्षु ने किया वर्षीदान
