Wednesday, April 30, 2025
Homeक्राइम न्यूजराख ही बची, बाकी सब खाक... पीड़ित परिवारों के सामने सबसे बड़ा...

राख ही बची, बाकी सब खाक… पीड़ित परिवारों के सामने सबसे बड़ा संकट… कैसे चलेगा खर्चा, कौन चुकाएगा कर्जा…!

केकड़ी, 7 मार्च (आदित्य न्यूज नेटवर्क): समीपवर्ती देवगांव में असामाजिक तत्वों की करतूत किसानों के लिए भारी पड़ गई। बीती रात अज्ञात समाजकंटकों ने कटाई के बाद खेत में पड़ी सरसों की फसल को आग लगा दी। ग्रामीणों ने दमकल की सहायता से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों की बदमाशी का अंत नहीं हुआ। ग्रामीण व दमकलकर्मी एक ढेर में लगी आग बुझाने के लिए जुटते रहे और बदमाश आगे वाले खेतों में आग लगाते रहे। यह सिलसिला पूरी रात चलता रहा। इस दौरान मौके पर पहुंची केकड़ी शहर थाना पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस के प्रयास नाकाफी रहे।

क्या है मामला समीपवर्ती देवगांव में बीती रात अज्ञात समाजकंटकों ने खेतों में पड़े सरसों के ढेरों में आग लगा दी। सूचना पर नगर पालिका की दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग बुझाने के दौरान भी समाजकंटकों की बेजा हरकतें जारी रही। दमकलकर्मी एक खेत में आग बुझा पाते उससे पहले ही वे दूसरे ढेर में आग लगा देते। ऐसे में दमकलकर्मी मनीष कुमार, गणेश गुर्जर, कैलाश चंद व ग्रामीण पूरी रात आग बुझाने के प्रयासों में जुटे रहे। बताया जाता है कि रात 12 बजे शुरु हुआ आगजनी का सिलसिला मंगलवार को भोर होने तक चलता रहा। इस दौरान लगभग 30 बीघा भूमि में उपजी सरसों की फसल जलकर राख हो गई। प्रशासन के निर्देश पर मंगलवार सुबह राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नुकसान का आंकलन शुरु किया। आगजनी की घटना में लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है।

किसानों के सपने चकनाचूर साल भर की मेहनत को अपनी आंखों के सामने जलता देखने के बाद पीड़ित किसान की सबसे बड़ी चिंता है कि अब साल भर उसके परिवार का खर्चा कैसे चलेगा। सहकारी समिति व बैंक से लिया कर्जा कैसे चुकेगा। आखातीज पर बेटे—बेटियों के विवाह का सपना संजो कर सरसों की फसल बुवाई की थी, लेकिन आगजनी की घटना ने किसानों के सपनों को चकनाचूर कर दिया। ऐसे में अब ब्याव कैसे होगा। इसी चिंता में दिन का चैन और रात की नींद हराम हो रही है।

RELATED ARTICLES