Saturday, March 15, 2025
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सत्संग से जागृत होते है भक्ति के भाव, इन्हीं भावों से मिलती सन्मार्ग की ओर जाने की प्रेरणा

केकड़ी, 25 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): कथावाचक पंडित ऋषिराज शास्त्री ने कहा कि सत्संग से मनुष्य के हृदय में भक्ति के भाव जागृत होते है। ये भाव ही मनुष्य को सन्मार्ग की ओर जाने की प्रेरणा प्रदान करते है। वे सावर रोड स्थित तिरुपति स्टोनेक्स में मंगलुण्डिया परिवार की ओर से आयोजित भागवत कथा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवद् गीता के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के जीवन में परिवर्तन का श्रीगणेश किया था। आज के समय में मानव गीता के उपदेशों को आत्मसात कर जीवन में युगान्तकारी परिवर्तन ला सकता है। मन से भगवान का चिन्तन करने व वाणी से भगवान के नाम का जप करने से परमात्मा की प्राप्ति होती है।
केकड़ी: भागवत कथा के दौरान कालाबड़ के महंत बाबा बालकदास महाराज का स्वागत करते आयोजक परिवार के सदस्य।

बहाई सुमधुर भजनों की रसगंगा कथा के दौरान संगीतमयी भजनों की प्रस्तुतियों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को नाचने के लिए मजबूर कर दिया। इस मौके पर कालाबड़ के महंत बाबा बालकदास महाराज अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कथा आयोजक ओमप्रकाश मंगलुण्डिया, रवि मंगलुण्डिया एवं आयोजक परिवार के सदस्य व पालिका अध्यक्ष कमलेश साहू समेत अन्य ने बाबा बालकदास का अभिनन्दन किया। कथा के अंत में श्रद्धालुओं ने भागवतजी की आरती की। कथा का समय दोपहर 12.15 बजे से 4 बजे तक रखा गया है।

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