Saturday, March 15, 2025
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सरकारी अस्पताल में हुआ घुटना प्रत्यारोपण, रोगी को मिली बड़ी राहत

केकड़ी, 04 अप्रैल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय जिला चिकित्सालय में ऑर्थो सर्जरी विभाग की टीम ने घुटना प्रत्यारोपण का ऑपरेशन करने में सफलता हासिल की है। जोतायां निवासी इशाक मोहम्मद (70) पिछले पांच साल से बाएं घुटने में दर्द से परेशान थे। घुटना टेड़ा होने के कारण उन्हें चलने फिरने में परेशानी आ रही थी तथा हर समय फ्रैक्चर का डर रहता था। परामर्श के दौरान ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. संजय जागरवाल ने आवश्यक जांच पड़ताल के बाद रोगी को घुटना प्रत्यारोपण करवाने की सलाह दी।

केकड़ी: घुटने के ऑपरेशन से पहले व ऑपरेशन के बाद रोगी की स्थिति।

तीन घण्टे चली सर्जरी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन जांगिड़ के निर्देशन में चिकित्सकों की टीम ने रोगी की स्थिति को देखते हुए केकड़ी में ही घुटना प्रत्यारोपित करने का निर्णय किया। आवश्यक तैयारियों के बाद गत 01 अप्रैल को जिला अस्पताल की ओटी में रोगी का घुटना प्रत्यारोपित किया गया। जगरवाल के अनुसार ऑपरेशन प्रक्रिया लगभग तीन घण्टे चली। सर्जरी करने वाली टीम में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय जगरवाल, एनेस्थीसिया डॉ. रोहित पारीक, डॉ. विवेक व डॉ. अजी कुमार एवं ओटी इंचार्ज रमेश शर्मा व खुशी राम शामिल रहे।

डॉ. संजय जगरवाल, अस्थि रोग विशेषज्ञ।

हड्डी रोग का सबसे बड़ा ऑपरेशन डॉ. संजय जगरवाल ने बताया कि घुटना प्रत्यारोपण (टोटल नी रिप्लेसमेंट) हड्डी रोग का सबसे बड़ा ऑपरेशन है। मरीज के घुटनों में ऑस्टियोऑर्थराइटिस (घुटनों की ग्रीस) की कमी होने पर व्यक्ति के घुटनों में दर्द के साथ चलना मुश्किल हो जाता है। अमूमन इस तरह की सर्जरी मेडिकल कॉलेज या बड़े चिकित्सा संस्थानों में होती है। गौरतलब है कि डॉ. संजय जगरवाल केकड़ी के रहने वाले है तथा सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भंवरलाल जगरवाल के पुत्र है।

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