केकड़ी, 11 अप्रैल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): माली समाज की ओर से गुरुवार को महात्मा ज्योतिबा फुले की 196वीं जन्म जयंती विविध कार्यक्रमों के साथ आयोजित की गई। समाजसेवी रामगोपाल करोड़ीवाल व पूर्व पार्षद धनराज कच्छावा आदि ने पुराना कोटा चौराहे पर स्थित ज्योतिबा फूले सर्किल पर महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। समाज के लोगों ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर महात्मा फुले को याद किया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष हेमराज कच्छावा, कैलाश चंद्र झाड़ोलिया, प्रधान करोड़ीवाल, अशोक भभीवाल, राजेंद्र करोड़ीवाल, महेंद्र बागवाल, कैलाश चंद अजमेरा, गीलूराम करोड़ीवाल, बृज नारायण बीदा, भागचंद, रामावतार करोड़ीवाल, छीतर लाल भभीवाल, धर्मराज सुईवाल समेत समाज के कई जने मौजूद रहे।
जीवन चरित्र पर डाला प्रकाश कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि महान समाजसेवी महात्मा ज्योतिबा फुले ने अछूतों के लिए सत्यशोधक समाज की स्थापना की। उनका यह भाव देखकर उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई। देश में छुआछूत खत्म करने और समाज को मजबूत बनाने में महात्मा ज्योतिबा फुले की अहम भूमिका रही है। महात्मा फुले ने महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाने के लिए महाराष्ट्र में सर्वप्रथम महिला शिक्षा तथा अछूतोद्धार का काम आरंभ किया था। पुणे में लड़कियों के लिए भारत का पहला विद्यालय खोला था। लड़कियों और दलितों के लिए पहली पाठशाला खोलने का श्रेय महात्मा ज्योतिबा फुले को दिया जाता है।