Saturday, March 15, 2025
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श्रीमद्भागवत कथा की पूर्णाहूति में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, रविवार को होगा श्री देवनारायण विष्णु महायज्ञ का समापन

केकड़ी, 15 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री देवनारायण विष्णु महायज्ञ एवं भागवत कथा आयोजन कमेटी के तत्वावधान में मीणा का नयागांव स्थित सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल देव दरबार में महामण्डलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज के सानिध्य में चल रहा श्रीमदभागवत ज्ञान महायज्ञ शनिवार को सम्पन्न हो गया। कथा के समापन पर स्वामी जगदीश पुरी ने कहा कि श्रीमदभागवद एक सार्वभौम ग्रंथ है। यह किसी काल, धर्म, संप्रदाय या जाति विशेष के लिए नहीं, अपितु संपूर्ण मानव जाति के लिए है। इसे स्वयं श्री कृष्ण भगवान ने अर्जुन को निमित्त बनाकर कहा है, इसलिए इस ग्रंथ में श्री भगवानुवाच का प्रयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि इस छोटे से ग्रंथ में इतने सत्य, ज्ञान और उपदेश भरे हैं जो मनुष्यमात्र को भी देवताओं के स्थान पर बैठाने की शक्ति प्रदान करते हैं।

विश्व में शांति कायम करने में सर्वथा सक्षम भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में पवित्र गीता का दिव्य उपदेश तो अर्जुन को दिया था, लेकिन वास्तव में अर्जुन तो माध्यम मात्र था। श्रीकृष्ण उसके माध्यम से संपूर्ण मानव जाति को सचेत करना चाहते थे। श्रीमद्भगवद्गीता सब तरह के संकटों से मानव जाति को उबारने का सर्वोत्तम साधन है। गीता विश्व में भयमुक्त समाज की स्थापना का मंत्र देती है, जो विश्व में शांति कायम करने में सर्वथा सक्षम है। श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश उस समय दिया जब कुरुक्षेत्र में अर्जुन को विषाद उत्पन्न हो गया और श्री कृष्ण से अर्जुन ने कहा कि उसे स्वजनों को मारकर राज्य की इच्छा नहीं है। मैं युद्ध नहीं करना चाहता। भगवान श्रीकृष्ण समझ गए की अर्जुन मोह ग्रस्त हो गया है।

केकड़ी: भागवत कथा में उपस्थित श्रद्धालु।

निराशा को आशा में बदलने का नाम ही ‘गीता’ अर्जुन ने श्रीकृष्ण से अनेकानेक सवाल किए, जिनके उत्तर देकर श्रीकृष्ण ने उसे निराशा से उबारा और वह फिर से युद्ध के लिए तैयार हो गया। इसी निराशा को आशा में बदलने का नाम ही ‘गीता’ है। कथा के समापन पर आयोजन समिति के अध्यक्ष रामकुंवार मीणा, सचिव सरपंच रामप्रसाद मीणा सहित कमेटी के अन्य पदाधिकारी ने आयोजन के दौरान लाइट, माइक, भोजन आदि की सेवाएं देने वाले व्यक्तियों का माला एवं शाल ओढ़ा कर सम्मान किया। कथा के समापन पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला पुरुष उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार सुरेन्द्र जोशी ने किया।

देव दरबार में हुआ चमत्कार कथा के साथ ही आयोजन स्थल पर चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ के दौरान शनिवार को सुबह यज्ञ स्थल पर बनी यज्ञशाला के परिक्रमा मार्ग में एक छह फीट लंबे नाग के दर्शन होने पर श्रद्धालु महिला पुरुषों ने इसे देव दरबार का साक्षात चमत्कार बताते खुशी व्यक्त की तथा इस दृश्य के दर्शन को आयोजन की सफलता का साक्षी बताया।

केकड़ी: भागवत कथा में उपस्थित श्रद्धालु।

हवन यज्ञ में गूंजे वेद मंत्र आयोजन स्थल पर 8 जून से चल रहे 111 कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति रविवार को होगी। यज्ञ के दौरान शनिवार को भी सैंकड़ो जोड़ों ने यज्ञ आचार्य पंडित वेद प्रकाश गौतम के निर्देशन में मंत्रोच्चार किया तथा विद्वान पंडितों की टीम के निर्देशन में हवन कुंड में आहुतियां दी। इस दौरान समूचे पांडाल में वेद मंत्र गूंजते रहे। यज्ञ के दौरान कई महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने यज्ञ शाला के चारों ओर परिक्रमा भी की।

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