केकड़ी, 09 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता डॉ. रघु शर्मा ने कहा जिले पहले भी बने है और सरकारे पहले भी बदली है। लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि नए बने जिलों को हटाया जाए। यह पुरानी कहावत है कि हाकम बदलते है, हुकुम नहीं। सरकार के फैसलों का रिव्यू किया जा सकता है लेकिन उसे बदलना आसान नहीं होता। इसके बावजूद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने केकड़ी जिले को हटाने को लेकर जो बयान दिया है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वे सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए बोल रहे थे।
जनता की मांग पर बना है जिला शर्मा ने कहा कि केकड़ी को जिला जनता की मांग पर बनाया गया है। इसके लिए केकड़ी के एक लाख 81 हजार लोगों ने अपने मोबाइल नम्बर सहित हस्ताक्षर कर मुख्यमंत्री से मांग की थी। तब यह जिला बनना संभव हुआ था। केकड़ी को जिला बनाने का निर्णय राजनीतिक फैसला नहीं था। अपितु आमजन की भावना को देखते हुए विकास को गति देने के उद्देश्य से लिया गया फैसला था। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के बयान से प्रदेश के लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही है। यह आमजन की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। राठौड़ को ऐसा बयान देने से पहले हजार बार सोचना चाहिए था।

आमजन को चलाना होगा अभियान शर्मा ने केकड़ी विधानसभा क्षेत्र की जनता से केकड़ी जिला बचाने के लिए सोशल मीडिया केम्पेन चलाने की अपील की। उनका कहना रहा कि केकड़ी केवल कांग्रेस के लोगों की इच्छा से जिला नहीं बना है, यहां सभी पार्टी के लोगों ने जिला बनाने की इच्छा जाहिर की थी, तब केकड़ी को जिला बनाने का रास्ता साफ हो सका था। शर्मा का कहना था कि मदन राठौड़ बोल रहे है कि केकड़ी में जिले का विरोध है, यह बात एकदम गलत है। एक भी आदमी यह नहीं कह सकता कि केकड़ी जिला नहीं रहना चाहिए। पहले भी केकड़ी का हर नागरिक चाहता था कि केकड़ी जिला बने और आज भी हर आदमी चाहता है कि केकड़ी जिला बना रहे।

स्थिति स्पष्ट करे सरकार अब जब यह बयान सामने आ गया है तो सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि राठौड़ का उक्त बयान पार्टी लाइन के अनुसार है या नहीं। पार्टी इससे सहमत है या नहीं। शर्मा ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है तभी से कभी मंत्रीमण्डलीय कमेटी बनाकर तो कभी पूर्व आईएएस के नेतृत्व में कमेटी बनाकर लोगों को संशय में डाला जा रहा है। लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन रविवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने केकड़ी सहित कुछ छोटे जिलों को खत्म करने की बात कही। इसके बाद हमने सोचा कि अब इस बारे में बात करनी चाहिए। राठौड़ का बयान हम लोगों को चिंता में डालने वाला बयान है।
पढ़नी चाहिए रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट शर्मा ने कहा कि राठौड़ कह रहे है कि केकड़ी जिले के मापदण्डों पर खरा नहीं उतरता। राठौड़ को ऐसा बयान देने से पहले रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए थी। केकड़ी जिले के हर मापदण्ड पर पूरी तरह खरा है। केकड़ी जिले में 5 उपखण्ड और 6 तहसील शामिल है। जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक कार्यालय को छोड़कर अधिकतर जिला स्तरीय कार्यालय जिला बनने से पहले ही यहां काम शुरू कर चुके थे। नए बने जिलों में केकड़ी ही एक ऐसा जिला है जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। अधिकतर सरकारी कार्यालय सरकारी भवनों में ही चल रहे है। राठौड़ को समीपवर्ती राज्य गुजरात जाकर पता लगाना चाहिए कि वहां कितने ही जिले ऐसे है जिनमे केवल एक विधानसभा क्षेत्र है।