Friday, August 15, 2025
Homeधर्म एवं संस्कृतिसाफा बंधन राजपूती परम्परा के साथ गर्व व गौरव का प्रतीक

साफा बंधन राजपूती परम्परा के साथ गर्व व गौरव का प्रतीक

केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) जय राजपुताना संघ की ओर से रविवार को अजमेर रोड स्थित जगदम्बा छात्रावास में एक दिवसीय साफा बंधन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारम्भ पूर्व प्रधान भूपेन्द्र सिंह शक्तावत एवं प्रधान होनहार सिंह राठौड़ आदि ने दीप प्रज्जवलित कर किया। संघ के कार्यकर्ता विक्रम सिंह नयावास ने बताया कि साफा पहनना राजपूतों कि परम्परा का प्रतीक है। आज के आधुनिक युग में भी नई पीढ़ी इसका अनुसरण कर सके इसी उदे्श्य को लेकर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। प्रशिक्षक विप्सा रेटा ने युवाओं से शिक्षा, शक्ति व संस्कार पर बल देने का आह्वान करते हुए आध्यात्म और संस्कारों का महत्व समझाया। शिविर में केकड़ी क्षेत्र में क्षत्राणी कल्प की शुरुआत की गई, जो कि विधवा व आर्थिक रूप से असक्षम क्षत्राणियों व छात्र छात्राओं के सहयोग के लिए कार्य करता है। इस दौरान सावर उपप्रधान प्रभाकरण सिंह शक्तावत, सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसवंत सिंह, राजपूत सभा जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ढोस, क्षत्रिय सभा केकडी अध्यक्ष नरपत सिंह, बहादुर सिंह पिपलाज, जय राजपुताना संघ के प्रदेश सह संयोजक हरिसिंह नान्दला, दशरथ सिंह नाथूसर, बलवीर सिंह समेत अनेक राजपूत सरदार मौजूद रहे।

RELATED ARTICLES