केकड़ी, 29 अप्रेल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): बालाचार्य निपुणनंदी महाराज ने कहा कि मोह के कारण ही मनुष्य धन, शरीर, पुत्र और पत्नी को अपना मानता है। जिस प्रकार अग्नि किसी वस्तु को जलाने का साधन है, उसी प्रकार मोह रूपी कर्मों को नष्ट करने के लिए राग-द्वेष को कायोत्सर्ग के माध्यम से दूर करना आवश्यक है। वे बोहरा कॉलोनी स्थित शिवम वाटिका में आयोजित धर्म सभा में प्रवचन कर रहे थे। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ने कहा कि आत्मा के ज्ञान के साथ कर्मों के ज्ञान की शुद्धि के लिए किया गया कार्य ही तप है।

संयम की अग्नि में तपना जरूरी माताजी ने दूध और पानी के उदाहरण से समझाया कि जिस प्रकार दूध से पानी को अलग करने के लिए उसे गर्म करना पड़ता है, उसी प्रकार कर्मों के बंधन से मुक्ति पाने के लिए तप, त्याग और संयम की अग्नि में तपना पड़ता है। मीडिया प्रभारी रमेश बंसल व पारस जैन ने बताया कि चित्र अनावरण, पाद पक्षालन व शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य शांतिनाथ बहू मंडल को मिला। धर्म सभा का संचालन निकेत शास्त्री ने किया। प्रातः काल आर्यिका संघ के सानिध्य में जिनाभिषेक, शांति धारा व जिनेंद्र अर्चना के कार्यक्रम हुए।

आचार्य इंद्रनंदी का भव्य स्वागत प्रातः काल आचार्य इंद्रनंदी महाराज संघ सहित विहार करते हुए केकड़ी पहुंचे। इस मौके पर मंडी गेट के पास पीपली चौराहे पर आर्यिका संघ व सकल दिगंबर जैन समाज ने आचार्यश्री की भव्य अगवानी की। इसके बाद बैंड बाजों के साथ जुलूस निकाला गया व आचार्यश्री को धर्म स्थल तक ले जाया गया। दिलीप जैन ने बताया कि आचार्य इंद्रनंदी महाराज संघ सहित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में अल्प समय के लिए प्रवास करेंगे।

कल्पद्रुम महामंडल विधान समाज के मंत्री कैलाश जैन ने बताया कि 30 अप्रैल से मुनि आर्यिका संघ के सानिध्य में कल्पद्रुम महामंडल विधान का आयोजन किया जाएगा। इस विधान के लिए विभिन्न पात्रों का चयन किया गया है। जिनमें सौधर्म इंद्र के रूप में टीकमचंद, विपिन कुमार, जितेंद्र कुमार व सानिध्य रामथला परिवार, चक्रवर्ती इंद्र के रूप में चांदमल, भैरूलाल और व बावड़ी वाले, कुबेर इंद्र के रूप में गोविंद कुमार, राजकुमार, उत्कर्ष व पंत सदारा वाले का चयन किया गया।

इनका भी हुआ चयन महायज्ञ नायक के रूप में महावीर प्रसाद, पारसमल, तिलोकचंद, भागचंद, लाभचंद व नवल कुमार बघेरा वाले, यज्ञ नायक के रूप में अमरचंद, अशोक कुमार व अनिल कुमार कुहाड़ा वाले, ईशान इंद्र के रूप में भागचंद, ज्ञानचंद व सुनील कुमार धून्धरी वाले, सनत कुमार इंद्र के रूप में ओमप्रकाश, योगेश कुमार, अंकुर कुमार व अभिषेक कुमार सदारा वाले तथा महेन्द्र इंद्र के रूप में कैलाश चंद, प्रकाश चंद व पीयूष कुमार बघेरा वालों का चयन किया गया।

हल्दी व मेहंदी की रस्म हुई समाज के अमरचंद चैरूका ने बताया कि बुधवार प्रातः झंडारोहण महावीर प्रसाद, सुनील कुमार, अनिल कुमार, संजय कुमार मित्तल परिवार द्वारा किया जाएगा। विधान स्थल पर घट यात्रा, मंडप शुद्धि और आचार्य निमंत्रण आदि धार्मिक क्रियाएं आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी और कपिल भैया के निर्देशन में संपन्न होंगी। शाम को आरती, भक्ति आनंद यात्रा और विधान के चयनित पात्रों की हल्दी व मेहंदी की रस्म भी आयोजित की गई।