केकड़ी, 20 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): अजमेर जिले समेत कई जिलों में पेयजल आपूर्ति करने वाले बीसलपुर बांध के पूर्ण भराव क्षमता की ओर बढ़ते कदमों से लाखों लोगों की उम्मीदों को पंख लग चुके है। बीसलपुर बांध राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना है। इससे अजमेर, जयपुर व टोंक जिले में जलापूर्ति होती है। साथ ही इससे निकली दो नहरों से लाखों बीघा भूमि की सिंचाई भी की जाती है। इस बांध में बनास, डाई व खारी नदी का पानी प्रमुखता से आता है। वर्तमान में बनास व डाई नदी पूरी क्षमता के साथ बह रही है। बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा जिले के सभी प्रमुख बांध ओवर फ्लो होने से बनास नदी में पानी की आवक तेज गति से हुई है। लिहाजा अब बांध का जलस्तर आरएल 315 के करीब पहुंच चुका है।

गेट खोलने की तैयारी शुरू: पानी की लगातार हो रही आवक को देखते हुए बांध कभी भी लबालब हो सकता है। बांध लबालब होने पर गेट खोलकर अतिरिक्त पानी की निकासी की जाएगी। सूत्रों के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में ही बांध के गेट खुलने की उम्मीद है। विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी है। गौरतलब है कि बीसलपुर बांध आठवीं बार लबालब होने की कगार पर है। इससे पहले यह सात बार पूरा भर चुका है। इस बार यह संभावना है कि जुलाई में ही इसके गेट खुल जाएंगे। जो एक नया कीर्तिमान होगा। क्योंकि आमतौर पर इसके गेट अगस्त या सितंबर में खुलते है। पिछले वर्षों में यह बांध 18 अगस्त 2004, 25 अगस्त 2006, 19 अगस्त 2014, 10 अगस्त 2016, 19 अगस्त 2019, 26 अगस्त 2022 व 6 सितंबर 2024 को लबालब हुआ था तथा गेट खोलकर अतिरिक्त पानी की निकासी की गई थी।

फैक्ट फाइल: बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता आरएल 315.50 मीटर है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार बांध का जलस्तर रविवार को अपरान्ह 12 बजे आरएल 314.96 दर्ज किया गया है। त्रिवेणी का गेज 3.40 मीटर चल रहा है। इस जलस्तर के अनुसार डेम में 34.914 टीएमसी पानी एकत्रित है। उल्लेखनीय है कि 38.7 टीएमसी क्षमता वाले बांध में 16.2 टीएमसी पानी को पेयजल के लिए आरक्षित रखा जाता है। जबकि 8 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए रिजर्व है। बीसलपुर बांध की दांई मुख्य नहर 51.64 किलोमीटर लंबी है। जिससे 218 गांव के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलती है। वही बाईं मुख्य नहर 18. 65 किलोमीटर लंबी है। जिससे 38 गांव सिंचित होते है।
