केकड़ी, 16 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जालोर जिले के सुराणा गांव में एक स्कूली बालक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसे लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। केकड़ी में मंगलवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी की ओर से दलित समाज के लोगों ने नगर पालिका से उपखण्ड कार्यालय तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। रैली में शामिल लोगों ने मांग की कि आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा दी जाए। साथ ही इस निजी स्कूल की सम्पति को जब्त कर दिया जाए। वहीं मृतक बालक के परिजनों को पचास लाख रुपए की आर्थिक सहायता के अलावा एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके बाद उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली को राष्ट्रपति के नाम लिखा एक ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया कि जालोर जिले के सुराणा गांव में एक शिक्षक ने कक्षा तीन के एक छात्र इंद्र कुमार के साथ 20 जुलाई को मारपीट की। मारपीट में घायल छात्र की तीन दिन पूर्व इलाज के दौरान मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने बताया कि देश को स्वतंत्र हुए 75 साल हो गए, लेकिन आज भी दलित समाज को छुआछूत का सामना करना पड़ रहा है। पानी की मटकी को हाथ लगा देने से इंद्र कुमार के साथ की गई मारपीट सामंतवादी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही मांगों का समाधान नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरु किया जाएगा।
इसी प्रकार सावर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर संघर्ष समिति की ओर से तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम लिखा ज्ञापन सौंप कर पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि देने, परिवार के एक जने को सरकारी नौकरी देने तथा दोषी शिक्षक को फांसी की सजा देने की मांग की गई।
पचास लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग, दलित छात्र की मौत पर फूटा आक्रोश
