केकड़ी, 19 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): बघेरा की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में गुरुवार रात को हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश का 1500वां साल बड़े ही धूमधाम व अकीदत के साथ मनाया गया। नौजवान कमेटी ने इस खास मौके पर एक शानदार जलसा व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया। जिसमें दूर-दराज से आए आलिम-ए-दीन के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय महिला-पुरुष भी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत पेश इमाम मौलाना गुलजार अहमद ने कुरान-ए-पाक की तिलावत से की। इसके बाद मकराना से आए हाफिज कारी आसिफ राजा बरकाती ने हजरत मोहम्मद साहब की शान में एक से बढ़कर एक नात-ए-पाक पेश की। जिन्हें सुनकर पूरा मजमा झूम उठा। इस्लामिया मस्जिद मकराना के पेश इमाम मौलाना रमजान बरकाती ने इस्लाम की शिक्षाओं पर जोर देते हुए बालिका शिक्षा की अहमियत पर खास रोशनी डाली।
जीवनी पर डाला प्रकाश: मुख्य वक्ता असलम रब्बानी किब्ला ने अपनी तकरीर में पैगम्बर मोहम्मद साहब के जीवन और उनकी शिक्षाओं का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि पैगम्बर मोहम्मद साहब का जीवन पूरी इंसानियत के लिए एक प्रेरणा व मार्गदर्शन है। समारोह में बघेरा गांव के उन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने 10वीं व 12वीं कक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए थे। सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों में समीर अख्तर, सैयद सोहेल अली, सैयद रहनुमा, तोसिफ अली, अली रजा, साजिया बानो, साहिन निशा, फलक नूह, आलिया बानो और नाजिया बानो शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में सलाम व तबर्रुक तकसीम किया गया। आयोजन को सफल बनाने में कमेटी के अरशद सिलावट, अलीराजा, अयान खान, समीर, दानिश, साजिद, जुनेद सिलावट, साबीर मंसूरी, फारूक, शाहरुख सहित कई युवाओं ने अहम भूमिका निभाई।