केकड़ी, 05 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): गत 16 जून को बोहरा कॉलोनी स्थित किराए के मकान में रहने वाले एक युवक द्वारा फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के पिता ने मृतक की पत्नी, ससुर, साले व साले की पत्नी पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि युवक की मौत के बाद पत्नी अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई। पुलिस ने चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।

यह दी रिपोर्ट गोठियाना थाना अरांई जिला अजमेर निवासी चन्द्रप्रकाश पारीक पुत्र कल्याण राय पारीक ने सिटी थाना पुलिस को रिपोर्ट दी कि उनके इकलौते पुत्र संजय पारीक (31) ने गत 16 जून को बोहरा कॉलोनी स्थित किराए के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। संजय की लव मैरिज लल्लाई निवासी कैलाश चन्द्र पारीक की पुत्री कामिनी के साथ कोटडी जिला भीलवाड़ा में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में हुई थी।
विवाह के बाद बनी सरकारी अध्यापिका विवाह के बाद कामिनी की अध्यापिका के पद पर शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी लग गई। कामिनी वर्तमान में पोकरण उपखण्ड के भणियाना ग्राम पंचायत के खेजड़ली ग्राम जिला जैसलमेर में कार्यरत है। विवाह के 1—2 साल बाद ही कामिनी व उसके पिता कैलाशचन्द द्वारा ने बार—बार पैसा मांगकर संजय को प्रताड़ित करना शुरु कर दिया। उन्होंने संजय पर गांव की जमीन बेचकर केकड़ी में मकान लेने का दबाव बनाया। इसके बाद षड्यंत्र पूर्वक दोनों को एक माह पहले केकड़ी में किराए के मकान में शिफ्ट करवा दिया। केकड़ी शिफ्ट होने से संजय का काम धंधा छूट गया।
दीपावली तक रुकने के लिए कहा बार—बार गांव की जमीन बेचकर केकड़ी में मकान लेने का दबाव बनाने पर प्रार्थी ने दीपावली तक रुकने के लिए कहा। इसके बाद कामिनी, उसके पिता कैलाश चन्द्र पारीक, भाई पंकज पारीक व भाभी प्रिया पारीक ने संजय को जबरदस्त तरीके से प्रताड़ित कर मरने के लिए मजबूर कर दिया। उनके बुढ़ापे की लाठी एकमात्र पुत्र को मरवा दिया। संजय की मौत के बाद कामिनी व उसके पीहर पक्ष का एक भी व्यक्ति पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जांच सिटी थानाधिकारी धोलाराम द्वारा की जा रही है।
संबंधित समाचार पढ़िए…