केकड़ी, 26 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जन्मदिन का जश्न अक्सर केक व पार्टियों से मनाया जाता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस खास दिन को मानवता व जीवनदान के रूप में मनाते है। ऐसा ही एक प्रेरक उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला। जब सदारा निवासी सौरभ चांवला ने अपनी बेटी रिद्धिमा चांवला के तीसरे जन्मदिन के अवसर पर राजकीय जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 14वीं बार रक्तदान किया। उनके इस नेक कार्य में उनके भाई व रिद्धिमा के चाचा दीपेश चांवला ने भी रक्तदान कर उनका साथ दिया। राजकीय जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. मुनेश गौड़ ने सौरभ चांवला की नियमितता व समर्पण की तारीफ करते हुए कहा कि सौरभ जैसे रक्तवीर सिखाते है कि सामाजिक जिम्मेदारी व परिवार के उत्सवों को एक साथ कैसे मनाया जा सकता है।

रक्तदान का अटूट संकल्प: अपने जीवनकाल में 14वीं बार रक्तदान करने वाले रिद्धिमा के पिता सौरभ चांवला नियमित रक्तदाता है। सौरभ का मानना है कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है और अपनी बेटी के जन्मदिन जैसे शुभ अवसर पर किसी को नया जीवन देने का अवसर प्राप्त होना सबसे बड़ी खुशी की बात है। सौरभ ने बताया कि रिद्धिमा का जन्मदिन मेरे लिए सबसे खास दिन है। हर बार की तरह इस बार भी मैंने तय किया कि इस दिन को रक्तदान करके मनाया जाए। रक्तदान करके मुझे जो संतुष्टि मिलती है वह किसी भी उपहार से बड़ी है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे भी नियमित रूप से रक्तदान करें।

साथियों ने की हौसला अफजाई: रक्तवीरों के इस पुनीत कार्य की सराहना करने के लिए उनके साथी व शुभचिंतक भी अस्पताल पहुंचे। इस मौके पर उनके मित्र भैरूलाल बलाई, बाबूलाल खटीक व कांस्टेबल मुकेश खटीक सहित अन्य ने सौरभ व दीपेश की हौसला अफजाई की तथा इस प्रेरणादायक पहल की सराहना की। सभी ने युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। रक्तदान संग्रहण में ब्लड बैंक इंचार्ज महावीर विजयवर्गीय, महावीर झांकल, पदम जैन, जयप्रकाश माहोर, विनोद साहू, अदिति चांवला सहित अन्य नर्सिंग स्टॉफ ने सहयोग किया।