Saturday, August 30, 2025
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भगवान देवनारायण के लक्खी मेले में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, लगभग 2 लाख श्रद्धालु करेंगे दर्शन, सवा लाख लोगों के लिए तैयार हो रही भोजन प्रसादी, 500 जनों की टीम ने संभाला मोर्चा

केकड़ी, 28 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): मीणों का नयागांव में बालू रेत के टीले पर स्थित प्रसिद्ध देवनारायण भगवान के स्थान पर शुक्रवार को भादवी छठ पर लक्खी मेले का आयोजन होगा। देवनारायण भगवान की स्थापना करीब 100 साल पहले ग्रामीणों ने की थी। देवनारायण भगवान के चमत्कार के चलते दूरदराज से भी भक्तों की भीड़ यहां आने लगी है। भगवान देवनारायण के स्थान पर ग्रामीणों व विकास समिति के माध्यम से धर्मशालाओं, पार्क, पेयजल, गौशाला व बिजली जैसी सुविधाएं विकसित की गई है। प्रत्येक शनिवार यहां भक्तों की भारी भीड़ आती है। यहां भादवी छठ को प्रत्येक वर्ष मेला लगता है। मेले को लेकर भगवान देवनारायण के स्थान पर आकर्षक सजावट की गई है। मेले में झूले,चकरियां व खिलौने की दुकानें सज चुकी है।

पहले लुटाई जाती थी शक्कर: देवनारायण भगवान के पहले शक्कर लुटाने की परंपरा थी। शक्कर लेने के लिए आसपास के गांव से सैकड़ों लोग आते थे। लेकिन शक्कर वितरण के दौरान अव्यवस्था बढ़ने से इस परंपरा को बंद कर उसके स्थान पर प्रत्येक वर्ष भंडारे का आयोजन किया जाने लगा है। मेले में आने वाले देव भक्तों के लिए भण्डारे का आयोजन किया जाएगा। पिछले दो दिनों से 20 भट्टियों पर 200 हलवाईयों सहित 500 जनों की टीम सवा लाख देव भक्तों की प्रसादी के लिए भोजन तैयार कर रही है। हलवाई भंवर खारोल ने बताया कि भोजन प्रसादी बनाने के लिए करीब डेढ़ सौ कट्टा आटा, 25 बोरी शक्कर, 200 पीपा तेल, 80 पीपा देसी घी व 20 कट्टा बेसन काम में लिया गया है। मेले के दिन सुबह भगवान देवनारायण के भोग लगाने के बाद दिनभर देव भक्तों को भोजन प्रसादी कराई जाएगी।

शनिवार को उमड़ती है भीड़: भगवान देवनारायण के दर्शन करने के लिए प्रत्येक शनिवार को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। केकड़ी के अलावा शाहपुरा, टोंक, भीलवाड़ा, जयपुर, अजमेर, बूंदी, कोटा, सवाईमाधोपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर सहित आसपास के जिलों से हजारों लोग दर्शनों के लिए आते हैं। प्रत्येक शनिवार को करीब 50 हजार के लगभग लोग दर्शन करने आते है। आसपास के गांवों से लोग पैदल यात्रा के माध्यम से भी दर्शन करने के लिए आते हैं। भादवा महीने में यहां पर हमेशा भीड़ लगी रहती है।

केकड़ी: मीणों का नयागांव में प्रसादी बनाते हलवाई।

ग्रामीण नहीं देते हैं दूध: मीणों के नयागांव की खास बात है कि यहां के लोग कई वर्षों से किसी अन्य व्यक्ति को दूध नहीं देते है। इसके अलावा भगवान देवनारायण से बिना पाती मांगे कोई व्यक्ति कुछ काम नहीं करता है। भगवान देवनारायण के स्थान पर भी कोई भी कार्य करने से पहले पाती मांगी जाती है। अनुमति मिलने पर ही कार्य होते है। सरपंच रामप्रसाद मीणा ने बताया कि यहां पर ग्रामीणों ने भगवान देवनारायण के लिए पक्का मंदिर बनाया लेकिन भगवान देवनारायण ने अनुमति नही दी है। जिसके चलते आज भी कच्चे चबूतरे पर ही भगवान देवनारायण की प्रतिमा स्थापित है। मीणों का नयागांव में भगवान देवनारायण मेला समिति के अध्यक्ष गजानन्द मीणा ने बताया कि शुक्रवार को यहां मेले का आयोजन किया जाएगा।

ये सुविधाएं है आवश्यक: देवनारायण स्थान पर एक विशाल डोम की आवश्यकता है। मेले पर उमड़ने वाली लाखों की भीड़ व शनिवार को आने वाले हजारों यात्रियों को देखते हुए मंदिर स्थल से अजमेर-कोटा राजमार्ग की ओर डिवाइडर युक्त फोरलेन सड़क सहित मंदिर से बोगला गांव व कालेड़ा गांव तक दोनों मार्ग पर डबल लेन सड़क का होना आवश्यक है। मेले में हर बार लाखों की भीड़ आती है। जिससे काफी परेशानी आती है। प्रशासन की ओर से मंदिर स्थल से डेढ़ किलोमीटर दोनों तरफ पार्किंग की व्यवस्था की जाती है। इसके बावजूद भी मेले के दिन घंटों जाम लगा रहता है।

इनका कहना है: मीणों का नयागांव के सरपंच रामप्रसाद मीणा का कहना है कि मेले को लेकर पिछले एक महीने से तैयारी की जा रही थी। मेले में इस बार दुकानें व झूले,चकरियों को दूसरी और लगाया गया है। प्रशासन के सहयोग से मेले को लेकर सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस बार मंदिर स्थल पर आकर्षक सजावट की गई है। मेले में करीब दो लाख के लगभग श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। वहीं सदर थानाधिकारी नाहर सिंह मीणा ने बताया कि मेले को लेकर पुलिस लाइन का अतिरिक्त जाब्ता सहित सर्किल क्षेत्र का पुलिस जाब्ता तैनात किया जाएगा। पार्किंग की व्यवस्थाएं तीनों रास्तों पर मंदिर स्थल से डेढ़ किलोमीटर पहले कर दी गई है। 

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