केकड़ी, 25 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): रामस्नेही संत रामशरण महाराज ने कहा कि शिव महापुराण केवल ग्रंथ नहीं, यह मोक्ष की ओर ले जाने वाला सेतु है, जो कलियुग के पथभ्रष्ट मानव को उद्धार का मार्ग दिखाता है। वे रामद्वारा सत्संग समिति एवं रामद्वारा चातुर्मास सत्संग समिति के तत्वावधान में सूरजपोल गेट स्थित रामस्नेही वाटिका में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के प्रथम दिन प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ आध्यात्मिक जागरण का माध्यम बनकर जीवन के अंधकार को दूर करने वाला प्रकाश है।

प्रत्येक संघर्ष का समाधान है यह ग्रंथ: महाराज ने कहा कि यह ग्रंथ जीवन के प्रत्येक संघर्ष का समाधान है, जो व्यक्ति को आत्मबोध, सद्कर्म और शिव भक्ति के मार्ग पर अग्रसर करता है। उन्होंने शिव महापुराण के अद्भुत रहस्यों का गूढ़ अर्थ बताते हुए कहा कि यह ग्रंथ भगवान शिव की अनंत करुणा और वैराग्य की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। कथा में छिपे संदेश हमें सद्भाव, संयम और सेवा भाव से युक्त जीवन जीने की प्रेरणा देते है। आयोजन में नगरवासियों समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए श्रद्धालु शामिल हुए।

प्रतिदिन रात्रि में होगा कथा का वांचन: मीडिया प्रभारी महेन्द्र प्रधान ने बताया कि पुरानी केकड़ी में सूरजपोल गेट के समीप स्थित रामस्नेही वाटिका में आयोजित कथा का समय रात्रि 8:00 से 10:30 बजे तक रखा गया है। यह आयोजन 3 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान भगवान शिव के जीवन दर्शन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया जाएगा। समिति के कोषाध्यक्ष तुलसीराम विजय ने सभी से इस अमूल्य अवसर का लाभ उठाकर कथा श्रवण करने और शिव तत्व को प्राप्त करने का आग्रह किया।
