केकड़ी, 30 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिला कलक्टर श्वेता चौहान की पहल पर जिले के 7 आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्रों में तब्दील किया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन ने भामाशाहों के सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत व पेंटिंग करवाई तथा केंद्रों की सभी दीवारों पर फल, सब्जियों, जानवरों, वर्णमाला, गिनती आदि का चित्रांकन व कलाकृति बनाई गई। इससे बच्चों के सर्वांगीण विकास यथा शारीरिक, बौद्धिक एवं संज्ञान्तमक विकास होता है।
केन्द्रों पर बढ़ा ठहराव समेकित बाल विकास विभाग के उपनिदेशक जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि जिला कलक्टर श्वेता चौहान की अनूठी पहल से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों का नामांकन बढ़ेगा और समाज व अभिभावकों की आंगनबाड़ी के प्रति सकारात्मक सोच बनेगी। इसके लिए मिशन बुनियाद कार्यक्रम की शुरुआत एनजीओ के सहयोग से 53 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वर्कशॉप के माध्यम से प्रशिक्षण देकर की गई है। उनका उत्साह वर्धन करते हुए नियमित रूप से केंद्रों पर ईसीसीई गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इससे बच्चों के ज्ञान में वृद्धि के साथ उनका केंद्रों पर ठहराव भी बढ़ रहा है।
बच्चों की स्क्रीनिंग की उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास व चिकत्सा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 6 वर्ष के बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 38 बच्चे अतिकुपोषित और मध्यम कुपोषित पाए गए। वर्तमान में स्टेडियोमीटर, इनफेन्टोमीटर व वेइग मशीन के द्वारा बच्चों की लम्बाई व वजन के आधार पर नियमित बच्चो की मॉनिटरिंग की जाती है। उनके पैरेंट्स को उचित आहार की सलाह दी गई एवं चिकित्सकीय परामर्श से 6 बच्चे कुपोषित से सामान्य हो गए और शेष बच्चो का नियमित फॉलोअप किया जा रहा है।