केकड़ी, 28 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत आयोजित शिविरों में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है। इसी कड़ी में अजमेर जिला कलक्टर लोकबंधु ने उपखंड केकड़ी की ग्राम पंचायत गुलगांव और उपखंड सावर की ग्राम पंचायत टांकावास में अंत्योदय संबल शिविरों का निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों से प्राप्त प्रकरणों और उनके निस्तारण की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य पात्र लाभार्थियों को सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ दिलाना है। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति अपने हक से वंचित न रहे।

राजस्व, चिकित्सा और ग्रामीण विकास पर विशेष ध्यान: कलक्टर ने राजस्व अधिकारियों को सीमाज्ञान, नामांतरण, पत्थरगढ़ी, रास्तों से संबंधित प्रकरणों और सहमति से बंटवारे के मामलों का समयबद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाने पर जोर दिया। चिकित्सा अधिकारियों को लंबित दिव्यांग प्रमाण पत्रों का शीघ्र सत्यापन कर जारी करने के निर्देश दिए गए। शिविर में आयुष्मान कार्ड वितरण, टीकाकरण, टीबी स्क्रीनिंग और सिलिकोसिस स्क्रीनिंग जैसी स्वास्थ्य सेवाओं की भी समीक्षा की गई। साथ ही, मृत्यु हो चुके और प्रवास पर गए व्यक्तियों की सूची का समयबद्ध शुद्धिकरण करने को भी कहा गया। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग को जलग्रहण संरचनाओं की मरम्मत, गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 21 हजार रुपए की डीबीटी के माध्यम से प्रोत्साहन राशि का वितरण, और स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति दस्तावेज तैयार कराने के निर्देश दिए।

आधार सीडिंग की ली जानकारी: इसके अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा से संबंधित लंबित प्रकरणों और नवीन पात्र परिवारों की आधार सीडिंग की स्थिति की समीक्षा की गई और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को हर घर जल योजना के तहत कनेक्शन आवंटन व जलदाब की स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए। जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अंत्योदय संबल पखवाड़े के माध्यम से प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सजगता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। उन्होंने प्री-कैंप आयोजित कर लाभार्थियों को चिन्हित करने और आवश्यकतानुसार पोस्ट-कैंप का आयोजन करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे, और इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।

लाभार्थियों को दिए खाद-बीज व पोषण किट: शिविर के दौरान गुलगांव में आशाराम, लालचंद, सुखराम बैरवा सहित अन्य पात्र व्यक्तियों को पट्टे वितरित किए गए। वहीं टांकावास में रिंकू मीणा, जगदीश प्रताप, रामनारायण लोधा, सोनू, दुर्गाला सहित अन्य को भी भूमि पट्टे सौंपे गए। साथ ही किसानों को खाद एवं बीज के मिनी किट और टीबी मरीजों को पोषण किट वितरित की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर चंद्रशेखर भंडारी, उपखंड अधिकारी सुभाष चन्द्र हेमानी, आरएएस अधिकारी श्रद्धा सिंह, विकास अधिकारी सी एल इंदौरिया, गुलगांव सरपंच नीरज चौधरी, टांकावास सरपंच विजय प्रताप सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।