केकड़ी, 19 अप्रैल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): सावर थाना पुलिस ने मालियों का नयागांव स्थित एक फॉर्म हाउस पर दबिश देकर मिलावटी दूध बनाने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में मिलावट में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जब्त की है, इसी के साथ लगभग 2600 लीटर मिलावटी दूध नष्ट कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि फॉर्म हाउस का मालिक और मुख्य आरोपी सदारी ग्राम पंचायत की सरपंच का पति आशाराम मीणा फिलहाल फरार है।

क्या है मामला थानाधिकारी बनवारीलाल मीणा ने बताया कि पुलिस को मालियों का नयागांव में नकली दूध बनाने की सूचना मिली थी। सूचना पर कार्रवाई करते हुए शुक्रवार रात को एक टीम ने फॉर्म हाउस पर दबिश दी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पाया कि एक खेत की चारदीवारी के अंदर टीन शेड के नीचे दूध में मिलावट का काम चल रहा था। मौके पर लगी बीएमसी मशीन में मिलावटी दूध भरा हुआ पाया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी दूध में ऑयल, दूध पाउडर और खतरनाक रासायनिक पदार्थ जैसे कास्टिक सोडा व सल्फ्यूरिक एसिड मिलाकर दूध की फैट बढ़ाते थे और उसकी मात्रा में वृद्धि करते थे।

इन्हें किया गिरफ्तार पुलिस ने मौके से मालियों का नयागांव निवासी दिनेश उर्फ दीपू मीणा (23) पुत्र फूलचंद मीणा, महावीर मीणा (25) पुत्र भागचंद मीणा, सांवरिया रेगर (32) पुत्र रामेश्वर रेगर एवं काला खेत निवासी आशीष मीणा (27) पुत्र शिवजीराम मीणा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने फॉर्म हाउस से एक बोलेरो पिकअप वाहन भी जब्त किया है, जिसका इस्तेमाल मिलावटी दूध के परिवहन में किया जाता था। इसके अतिरिक्त 2600 लीटर मिलावटी दूध, एक इलेक्ट्रॉनिक कांटा, ऑयल के तीन खाली पीपे और एक भरा हुआ पीपा, 5 किलो मिल्क पाउडर के पैकेट और 5 लीटर सल्फ्यूरिक एसिड सहित 13 प्लास्टिक की केन भी बरामद की गई हैं।

दूध व मिल्क पाउडर के नमूने लिए सूचना पर रात को ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और दूध व मिल्क पाउडर के नमूने लिए। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश त्रिपाठी व राजेन्द्र शर्मा सहित अन्य शामिल रहे। थानाधिकारी बनवारीलाल मीणा ने बताया कि आरोपी दूध में घातक सल्फ्यूरिक एसिड मिलाते थे। जिससे दूध की मात्रा और फैट दोनों बढ़ जाते थे। उन्होंने बताया कि सल्फ्यूरिक एसिड की कुछ बूंदें भी मानव शरीर के लिए अत्यंत घातक हो सकती हैं और इस तरह से तैयार किया गया दूध जानलेवा साबित हो सकता है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मालियों का नयागांव में यह गोरखधंधा पिछले कई दिनों से चल रहा था।

गुलाबपुरा से खरीदते थे दूध फॉर्म हाउस पर लोटस कंपनी की बीएमसी मशीन लगी हुई थी। आरोपी गुलाबपुरा से प्रतिदिन करीब 1500 लीटर दूध खरीदते थे और अपनी पिकअप से रात को फॉर्म हाउस पर लाते थे। यहां रासायनिक मिलावट करके लगभग 3000 लीटर मिलावटी दूध तैयार किया जाता था, जिसे बाद में कोटा क्षेत्र में सप्लाई किया जाता था। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में थानाधिकारी बनवारीलाल मीणा, एएसआई ओम प्रकाश, हेड कॉन्स्टेबल भंवरलाल, कॉन्स्टेबल छोटूराम, प्रदीप कुमार, रामेश्वर व विजय शामिल थे। पुलिस अब फरार मुख्य आरोपी आशाराम मीणा की तलाश कर रही है और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
