Monday, December 22, 2025
Homeशिक्षामहिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं की धूम, छात्रा अध्यापिकाओं ने...

महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं की धूम, छात्रा अध्यापिकाओं ने दिखाया हुनर

केकड़ी, 12 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री मिश्रीलाल दुबे महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, अजमेर रोड केकड़ी में चल रहे छह दिवसीय समाजोपयोगी उत्पादन एवं समाज सेवा शिविर के चौथे व पांचवें दिन विभिन्न सांस्कृतिक एवं रचनात्मक प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया गया, जिसमें छात्रा अध्यापिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के सचिव चंद्र प्रकाश दुबे, निदेशक डॉ. अविनाश दुबे, अनिरुद्ध दुबे, प्राचार्य डॉ. रामलाल वर्मा एवं आचार्य ब्रह्मानंद शर्मा ने किया। इसी अवसर पर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत जिला परिवहन कार्यालय केकड़ी की सूचना सहायक प्रियंका पोसवाल ने प्रशिक्षणार्थियों को सड़क सुरक्षा नियमों की विस्तृत जानकारी दी तथा सभी को सुरक्षित रहने की प्रतिज्ञा दिलाई।

प्रतियोगिताओं के परिणाम: एकल नृत्य प्रतियोगिता में गार्गी सदन व आनंदीबाई सदन ने प्रथम, प्रियदर्शनी सदन ने द्वितीय व अहिल्या बाई सदन ने तृतीय, फ्रूट सलाद प्रतियोगिता में सावित्रीबाई फुले सदन ने प्रथम, शिव शक्ति सदन ने द्वितीय व विजयलक्ष्मी सदन ने तृतीय, विचित्र वेशभूषा प्रतियोगिता में अहिल्याबाई सदन ने प्रथम, सावित्रीबाई फुले सदन ने द्वितीय व विजयलक्ष्मी सदन ने तृतीय, वेस्ट से बेस्ट प्रतियोगिता में सावित्रीबाई फुले सदन ने प्रथम, शिव शक्ति सदन ने द्वितीय व कल्पना चावला सदन ने तृतीय एवं कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता में अहिल्याबाई सदन की नारायणी गुर्जर ने प्रथम, आनंदीबाई सदन की पूजा बैरवा ने द्वितीय व गार्गी सदन की भारती लौट ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

ये रहे मौजूद: इस मौके पर भागचन्द विजय, जीवराज खारोल, महावीर वर्मा, रामलाल सैनी, सोनू खटीक, रामप्रसाद साहू, रामलाल खटीक, विनोद कुमार लौहार, कमलेश शर्मा, निर्मला वैष्णव, सीमा लोहार, रजनी चौहान, रेखा कंवर, साकेत बाकलीवाल, प्रिया जैन, दीपक भारती, दीपक शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंच संचालन आनंदीबाई सदन की टोनू साहू, पायल मीणा व वंशिका हावा एवं सावित्रीबाई फुले सदन की  ममता यादव, निकिता कंवर राठौड़ व रुचिका शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

RELATED ARTICLES