केकड़ी, 10 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिलान्तर्गत टोडारायसिंह थाना क्षेत्र के बीसलपुर पहाड़ी वन क्षेत्र स्थित गोबर्या बालाजी के निकट गत 3 सितम्बर को पेड़ पर रस्सी के सहारे झूलते मिले दो कंकालों के मामले में युवक के परिजन व ग्रामीणों ने मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपकर सम्पूर्ण घटनाक्रम की जांच हत्या के एंगल से करने की मांग की है। बांस सोनवा थाना टोडारायसिंह निवासी सोजीनाथ ने ज्ञापन में बताया कि उनका पुत्र अजीत नाथ 23 जुलाई 2024 को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया।
गुमशुदगी के 7 दिन बाद मिली बाइक गत 24 जुलाई को अजीत के फोन से एक युवती ने अपने पिता को फोन किया कि मैंने कोर्ट मैरिज कर ली है। मुझे तलाश करने की जरूरत नहीं है। इसके बाद अजीत का फोन बंद हो गया। इस संबंध में 25 जुलाई को टोडारायसिंह थाना पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करवा दी गई, लेकिन पुलिस ने युवक की तलाश में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। गत 30 जुलाई को अजीत की बाइक थड़ौली के समीप डूंगरों के नीचे मिल गई। बाइक मिलने के बाद परिजन ने पहाड़ी क्षेत्र वन क्षेत्र में अजीत की काफी तलाश की।
परिजन ने की पहचान पहाड़ी वन क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान चलाने के बाद भी अजीत का कहीं पता नहीं चला। गत 3 सितम्बर को लकड़हारे ने पुलिस को सूचना दी कि पहाड़ी वन क्षेत्र स्थित गोबर्या बालाजी के निकट पेड़ पर रस्सी के सहारे दो शव लटके हुए है, जो कंकाल में तब्दील हो चुके है। युवक व युवती के कपड़ों में लिपटे दोनों शव (कंकाल) प्रथम दृष्टया प्रेमी युगल के होने की संभावना है। सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजन ने कपड़ों, जूतों व मोबाइल के आधार पर युवक के शव की पहचान अजीत नाथ के रूप में की।
कहां टिकी है शक की सुई परिजन का मानना है कि उक्त दोनों कंकाल जिस रस्सी से लटके मिले है, वह रस्सी एकदम नई नजर आ रही थी। इसी के साथ अजीत के कुछ नजदीकी मित्रों की गतिविधियां भी संदिग्ध है। परिस्थितिजन्य हालातों से ऐसा लगता है कि अजीत की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गई है। ऐसे में उक्त घटनाक्रम की सम्पूर्ण जांच हत्या के एंगल से की जाए, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
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