Thursday, June 19, 2025
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वात्सल्य मिलन का दृश्य देख भावुक हुए श्रद्धालु, आचार्य सुनील सागर महाराज ने केकड़ी में विराजित संतों को गले लगाकर दिया आशीर्वाद

केकड़ी, 08 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): दिगम्बर जैन आचार्य सुनील सागर महाराज ने कहा कि जब गुरू का हाथ शिष्य के सिर पर होता है तो वह बहुत बड़ा भाग्यवान होता है और पिता का हाथ पुत्र पर होता है तो वह बहुत धनवान होता है। वे यहां बोहरा कॉलोनी स्थित नेमीनाथ मंदिर में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साधक को ऐसी साधना करनी चाहिए कि आसपास का वातावरण ही साध्य हो जाए। कोई भी यदि साधु के साथ चार कदम भी चल रहा है समझ लेना चाहिए वह सिद्धालय की ओर कदम बढ़ा रहा है। प्रत्येक आत्मा अनंत गुणों का गोदाम है। इस कलिकाल में जन्म लेना और मरण हो जाना भी महंगा हो गया है। साधु संत तो चलते-फिरते तीर्थ है। न जाने कब किस समय कहां किसका तीर्थ धाम बन जाए।

पुण्य कर्म से मिलता दीक्षा का संस्कार धर्म सभा में मुनि अनुपम सागर महाराज ने कहा कि गुरु इतना देता है कि वह अपने शिष्य को धर्म व संस्कार के रूप में सर्वोच्च न्योछावर कर देता है। पुण्य का योग होता है तो बिगड़ते हुए काम भी सुधर जाते हैं। धर्म सभा में मुनि यतीन्द्र सागर महाराज ने कहा कि मुनि श्री अनुपम सागर महाराज का संयम दिवस गुरु के प्रति उपकार भावना दिवस है। पूर्व में किए गए पुण्य कर्मों के प्रति गुरु द्वारा दीक्षा संस्कार का फल है।

केकड़ी: बोहरा कॉलोनी स्थित नेमीनाथ मंदिर में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन करते आचार्य सुनील सागर महाराज।

आचार्यश्री की अगवानी में उमड़ा जैन समाज सुबह आचार्य सुनील सागर महाराज के ससंघ सरवाड़ से विहार कर केकड़ी पहुंचने पर मुनि अनुपम सागर महाराज एवं मुनि यतीन्द्र सागर महाराज ने सकल संघ की मौजूदगी में नगर परिषद के समीप भव्य अगवानी की। आचार्यश्री ने दोनों मुनियों को गले लगाकर आशीर्वाद दिया। आचार्य एवं मुनियों के वात्सल्य मिलन का दृश्य देख वहां मौजूद श्रद्धालु भावुक हो गए। मुनि अनुपम सागर एवं मुनि यतीन्द्र सागर ने आचार्य सुनील सागर के पाद प्रक्षालन किए। संत मिलन के बाद भव्य जुलूस निकाला गया। जो तीनबत्ती, अजमेरी गेट, घण्टाघर, आदिनाथ मंदिर, ऋषभदेव जिनालय होते हुए नेमीनाथ मंदिर पहुंच कर सम्पन्न हुआ।

संयम साधना दिवस मनाया समाज के के.सी. जैन ने बताया कि धर्मसभा के दौरान मुनि अनुपम सागर महाराज का चतुर्दश संयम साधना दिवस गुरु उपकार दिवस के रूप में मनाया गया। मीडिया प्रभारी रमेश जैन ने बताया कि आचार्य श्री के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन जैन समाज के श्रावक श्रेष्ठीगणों ने किया। आचार्य सुनील सागर महाराज के पाद पक्षालन करने का लाभ शीतल कुमार अनमोल कुमार कटारिया परिवार एवं शास्त्र भेंट करने का लाभ अशोक कुमार, ज्ञानचंद सिंहल परिवार बघेरा वालों ने प्राप्त किया।

पुस्तक का किया विमोचन समाज के महावीर मित्तल ने बताया कि अष्टानिका पर्व के अवसर पर श्री आदिनाथ मंदिर में सिद्ध चक्र महामंडल विधान प्रारंभ हुआ। दिलीप जैन ने बताया कि अनुपम सागर महाराज द्वारा रचित अनुपम कृति ‘‘पिता’’ नामक पुस्तक का विमोचन आचार्य श्री के सानिध्य में किया गया। विमोचन के पुण्यार्जक बनने का लाभ महावीर प्रसाद, सुशील कुमार जैन परिवार थांवला वालों ने प्राप्त किया। आचार्य श्री का शनिवार को पारा की ओर मंगल विहार होगा। धर्म सभा का संचालन के.सी. जैन एवं प्यारेलाल जैन ने किया।

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