केकड़ी, 03 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): गीता भवन में चातुर्मास के समापन पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के पांचवें दिन बुधवार को नंदोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को सिर पर धारण कर वसुदेव रूप में आए व्यक्ति पंडाल में पहुंचे, पूरा पंडाल “नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” के जयघोषों से गूंज उठा। इस अलौकिक दृश्य ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। लायंस क्लब के प्रांतीय सभापति एस.एन. न्याती ने बोली छुड़ाकर यह पुण्य अवसर प्राप्त किया और वसुदेव का रूप धारण कर श्रीकृष्ण को सिर पर लेकर आए।

जन्म प्रसंग का किया भावपूर्ण वर्णन: इस दौरान व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य हंस चैतन्य महाराज ने श्रीकृष्ण जन्म के प्रसंग का संगीतमय व भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, भगवान स्वयं अवतार लेकर उसका नाश करते है। उन्होंने देवकी-वसुदेव की भक्ति, कंस का आतंक, यशोदा-नंद के प्रेम व गोकुल के उल्लास का अत्यंत मार्मिक वर्णन किया। कथा के दौरान भक्तों ने फूलों की वर्षा कर व भजनों पर नृत्य कर नंदोत्सव का उल्लास मनाया। बाल कृष्ण की मनमोहक झांकियां सजाई गईं, जिनमें माखन चोरी जैसे प्रसंगों को जीवंत रूप में दिखाया गया।

इन्होंने किया सहयोग: कार्यक्रम में साज-सज्जा व प्रसाद वितरण की जिम्मेदारी श्री माहेश्वरी महिला मंडल अध्यक्ष अध्यक्ष ममता न्याती, मंत्री आशा मूंदड़ा, संरक्षिका कंचन नुवाल, उषा जैथलिया, कांता बागला, कृष्णा आगीवाल, बसंती राठी, इंदिरा नुवाल, विमला न्याती आदि ने संभाली। आयोजन समिति ने महिला मंडल की सदस्याओं का विशेष सम्मान किया। कथा समापन पर महाआरती की गई तथा प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रही, जिनके लिए उत्तम व्यवस्था की गई थी।