केकड़ी, 12 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री जगदम्बा छात्रावास सभा केकड़ी का विघटन कर इसकी संपत्ति व दायित्व नव पंजीकृत संस्था राजपूत बोर्डिंग हाउस संस्थान केकड़ी को हस्तांतरित करने के सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव पर अब नया विवाद खड़ा हो गया है। राजपूत समाज के प्रबुद्धजनों ने एक प्रेस नोट जारी कर इस विघटन की कार्रवाई को “गलत” बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि श्री जगदम्बा छात्रावास सभा एक पंजीकृत संस्था है तथा वर्तमान में भूपति सिंह सापण्दा इसके अध्यक्ष व भंवर सिंह देवगांव इसके महामंत्री हैं। उन्होंने दावा किया कि सभा की कार्यकारिणी में समाज के कई वरिष्ठजन पदाधिकारी के रूप में शामिल है और उनकी सहमति के बिना किया गया विघटन सही नहीं है।

इन्होंने जताया विरोध: विघटन की कार्रवाई का विरोध करने वालों में वीरभद्र सिंह बघेरा, विजयराज सिंह जालिया, जसवंत सिंह डोराई, रोबिन सिंह टांकावास, भागीरथ सिंह देवगांव, घनश्याम सिंह नागोला, वीरेन्द्र सिंह केकड़ी, गिरधर सिंह छाबड़िया, बलवीर सिंह सापण्दा, भंवर चेतन सिंह बीलिया, राजबहादुर सिंह बीलिया, चन्द्रवीर सिंह पाड़लिया, लाल सिंह अजगरी, देवव्रत सिंह डोराई, महेन्द्र विक्रम सिंह हरपुरा, शक्ति सिंह पारा आदि कई प्रमुख सदस्य शामिल है। इस विरोध के बाद छात्रावास सभा के विघटन का मामला अब विवादों के घेरे में आ गया है। आगे जाकर यह मामला कानूनी रूप से और अधिक जटिल हो सकता है।
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