Sunday, September 7, 2025
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दसलक्षण महापर्व के दौरान ‘उत्तम त्याग धर्म’ पर हुए प्रवचन, नन्हे बच्चों ने दी ‘षट द्रव्य नाटिका’ की प्रस्तुति

केकड़ी, 04 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): बोहरा कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दसलक्षण महापर्व का आठवां दिन ‘उत्तम त्याग धर्म’ के रूप में बड़े भक्ति भाव से मनाया गया। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने भाग लिया। सुबह संगीतमय शांतिधारा व अभिषेक के साथ पूजा-अर्चना की गई। श्री नेमिनाथ भगवान की शांतिधारा का सौभाग्य दिनेश कुमार-प्रकाश चंद जैन (नासिरदा परिवार) व विमल चंद-राजेंद्र कुमार-रमेश चंद जैन (मेहरुकलां परिवार) को मिला।

महाविधान पर अर्पित किए श्रीफल अर्घ्य: समाज अध्यक्ष ज्ञान चंद जैन ज्वैलर्स ने बताया कि शांतिधारा के बाद दसलक्षण धर्म महाविधान का आयोजन हुआ, जिसमें 11 श्रीफल अर्घ्य समर्पित किए गए। पंडित निकेत शास्त्री ने अपने प्रवचन में ‘उत्तम त्याग धर्म’ के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि त्याग का अर्थ केवल छोड़ना नहीं, बल्कि अपनी इच्छाओं को वश में कर जीवन को संतुष्ट बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इंसान की पहचान उसकी धन-दौलत से नहीं, बल्कि इस बात से होती है कि उसने जीवन में क्या-क्या त्यागा है।

केकड़ी: बोहरा कॉलोनी स्थित नेमीनाथ मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करती बालिकाएं।

नाटिका ने मोहा मन: शाम को समाज के 12 परिवारों ने अपने मोहल्ले से संगीतमय महाआरती का जुलूस निकाला, जिसका समापन मंदिर में महाआरती के साथ हुआ। इसके अलावा नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा “षट द्रव्य नाटिका” का मंचन किया गया, जिसने सभी का मन मोह लिया। नाटिका में निकेत भैया, टीना, अलका, सरस्वती, चंद्रकांता, अरुणा बंसल व लक्ष्मी जैन आदि ने सहयोग किया। मीडिया प्रभारी पारस जैन ने बताया कि नाटिका में भाग लेने वाले सभी बच्चों को पवन कुमार-पारस कुमार जैन मोबाइल्स व भाग चंद जैन-कुमार भगत की ओर से पुरस्कृत किया गया।

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