केकड़ी, 25 फरवरी (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिले के सावर कस्बे में भारत विकास परिषद की ओर से रविवार को सर्व हिंदू समाज का निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ। सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन देवली तिराहे पर स्थित कोठारी गार्डन में हुआ। विवाह सम्मेलन में हिंदू समाज के 11 जोड़े वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लेकर एक दूजे के हमसफर बने। इस मौके पर आयोजित आशीर्वाद समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक शत्रुघ्न गौतम मौजूद रहे। अध्यक्षता भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय प्रोजेक्ट वाईस चेयरमैन जयराज अचार्य, रीजनल संरक्षक शांतिलाल पानगड़िया, प्रधान आशा बागड़ी, नगर पालिका अध्यक्ष विश्वजीत सिंह शक्तावत, पूर्व प्रधान भूपेंद्र सिंह शक्तावत, समाजसेवी विजय सैनी, घनश्याम सैनी, जयकुमार साहू व दुर्गा शंकर पारीक मौजूद रहे।
समाज के लिए अच्छी पहल समारोह को संबोधित करते हुए विधायक शत्रुघ्न गौतम ने कहा कि भारत विकास परिषद की यह अच्छी पहल है। ऐसे आयोजन समाज की सोच में बदलाव के लिए काफी अहम है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह सिर्फ एक विवाह का आयोजन भर नहीं है। बल्कि इसके प्रभाव और समाज हित में लाभ बड़े दूरगामी हैं। किसी कमजोर, जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या का विवाह कराने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। भारत विकास परिषद सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक पुण्य कार्य में अपनी सराहनीय भूमिका निभा रहा हैं। पूर्व प्रधान भूपेंद्र सिंह शक्तावत ने कहा कि सामूहिक विवाह का बढ़ता प्रचलन समाज के भले के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इससे समय की बर्बादी, दान-दहेज और फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों से भी समाज को मुक्ति मिल सकती है।
जिंदगी भर साथ निभाने की खाई कसम आशीर्वाद समारोह की शुरुआत में भारत विकास परिषद के सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। आशीर्वाद समारोह में वर व वधु ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर जिंदगी भर साथ निभाने की कसम खाई। इस मौके पर भारत विकास परिषद के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह शक्तावत, सचिव सतेंद्र राव, उपाध्यक्ष अविनाश कोठारी, कोषाध्यक्ष सज्जन सिंह चौरड़िया सहित परिषद के कई कार्यकर्ता मौजूद थे। सुबह समारोह स्थल कोठारी गार्डन से सुबह वर-वधु की बिन्दौली निकाली गई। बिन्दौली सावर कस्बे के मुख्य मार्गो से होकर गुजरी। बिन्दौली में वर घोड़ी पर सवार होकर चल रहे थे। वहीं वधु बग्घी में सवार थी। बैंड बाजों की धुन पर लोग नाचते-गाते चल रहे थे।
ये रहा कार्यक्रम सामूहिक विवाह सम्मेलन के तहत सुबह 7 बजे वर-वधु का स्वागत किया गया। 9:30 बजे से शोभायात्रा निकाली गई। 11:30 बजे तोरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। 12:15 बजे वर-वधु ने एक दूजे के वरमाला डाली। 12:15 बजे से 1:15 बजे तक सम्मान एवं आशीर्वाद समारोह का आयोजन हुआ। दोपहर 1:30 बजे से 4 बजे तक पणिग्रहण संस्कार हुआ। जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लिए। शाम को 4 बजे उपहार भेंट कर वर वधुओं को विदाई दी गई।