केकड़ी, 05 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी में चार दिन पहले शुरु हुआ बारिश का दौर लगातार जारी है। कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात से हवाओं में ठंडक घुल गई है। केकड़ी में रविवार रात से बारिश हो रही है। जगह-जगह जलभराव हो गया है। नगर परिषद की टीम ने बड़े तालाब की पाल को काटकर पानी की निकासी के अस्थाई प्रबंध किए है। भारी बारिश की आंशका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार व मंगलवार को सभी निजी व सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। एसडीआरएफ की टीम ने केकड़ी पहुंच कर मोर्चा संभाल लिया है। लगातार हो रही बारिश के बाद जल स्त्रोतों में भी पानी की आवक शुरु हो गई है।
तेज बारिश की चेतावनी जलसंसाधन विभाग के अनुसार बीती रात केकड़ी में 135 एमएम बारिश दर्ज की गई है। रविवार सुबह 8 बजे से सोमवार सुबह 8 बजे तक कुल 180 एमएम बारिश हो चुकी है। केकड़ी में इस सीजन में अब तक कुल 455 एमएम बरसात हुई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक झारखंड के आए सिस्टम के प्रभाव से आज और कल राजस्थान के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इससे प्रदेश के संबंधित संभागों के बांध और नदियों का जलस्तर भी बढ़ने की संभावना है।

सरकारी कार्यालय पानी—पानी लगातार हो रही बारिश के बाद नगर परिषद, पुरानी तहसील, पंचायत समिति कार्यालय, जनपथ, कचहरी परिसर, हरिजन बस्ती, तेली मोहल्ला, सापण्दा रोड, बघेरा रोड चौराहा, जयपुर रोड, जूनियां गेट सहित कई इलाके पूरी तरह जलमग्न है। तेली मोहल्ले में पांच फीट से ज्यादा पानी भरा हुआ है। यहां बारिश का पानी दुकानों व घरों के अंदर चला गया। एसडीआरएफ की टीम ने तेली मोहल्ले से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरु कर दिया है। इसी प्रकार बस स्टैण्ड, ट्रक स्टैण्ड सहित अन्य इलाकों में बारिश का पानी दुकानों के अंदर चला गया।

विशालकाय पेड़ धराशायी नगर परिषद आयुक्त एवं तहसीलदार बंटी राजपूत सुबह से बरसात से प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा ले रही है। जयपुर रोड पर विशालकाय पेड़ गिरने से जयपुर मार्ग पर जाम लग गया। सूचना पर नगर परिषद की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ को एक तरफ करवा कर यातायात सुचारू करवाया। बिजली के पोल में करंट प्रवाहित होने से चौकड़ीवाल गली में गाय की मौत हो गई। अनियोजित जल निकास की व्यवस्था के कारण शहरवासियों को बारिश के दिनों हर बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं कई गांवों में कच्चे पक्के मकान ध्वस्त होने के भी समाचार है।