केकड़ी, 21 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): ग्वाला (घोसी) समाज की ओर से रक्षाबंधन के दूसरे दिन मंगलवार को भुजरिया पर्व परम्परागत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शुरुआत देवगांव गेट बाहर स्थित राधाकृष्ण ग्वाला समाज मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना से हुई। इसके बाद जुलूस निकाला गया, जो देवगांव गेट, लक्ष्मीनाथ मंदिर, घण्टाघर, अजमेरी गेट, तीनबत्ती तिराहा होते हुए वापस मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। जुलूस के दौरान समाज के युवा डांडिया नृत्य करते हुए चल रहे थे।
सिर पर धारण किए जौ के अंकुरित ज्वारे जुलूस में समाज की कन्याएं सिर पर जौ के अंकुरित ज्वारे लेकर चल रही थी। समाज की महिलाएं लोकगीत गाते हुए कन्याओं के चारों तरफ नृत्य कर रही थी। इस दौरान महिला पुरुष श्रीकृष्ण के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। गौरतलब है कि भुजरिया पर्व सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है। इसी के साथ यह प्रकृति प्रेम व परम्पराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक भी है। उत्सव के अंत में महिलाओं ने भुजरियों का सरोवर में विसर्जन किया।