केकड़ी, 03 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी सदर थाना क्षेत्र के रामपाली गांव में शनिवार को पानी से भरे गहरे गड्ढे में डूबने वाली मां संत्या बैरवा (22) का शव 40 घंटे बाद सोमवार को बरामद कर लिया गया है। संत्या अपने एक साल के बेटे मनीष बैरवा के साथ हादसे का शिकार हुई थी, मनीष का शव घटना के दिन ही बरामद हो गया था। लेकिन उस दिन संत्या का कहीं पता नहीं चल पाया। सदर थानाधिकारी नाहर सिंह मीणा ने बताया एसडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार चलाए जा रहे बचाव अभियान के बाद सोमवार को महिला संत्या बैरवा के शव को गड्ढे से बाहर निकाला जा सका। पुलिस ने संत्या के शव को राजकीय जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है। पोस्टमार्टम के बाद मां-बेटे के शव उनके परिजनों को सुपुर्द किए जाएंगे।
क्या है मामला: शनिवार को संत्या बैरवा अपने इकलौते बेटे मनीष के साथ जंगल में जानवर चरा रहे अपने पिता को खाना देने गई थी। माना जा रहा है कि इस दौरान चारागाह में बने पानी से भरे गहरे गड्ढे के पास उनका पैर फिसल गया और दोनों उसमें गिर गए। शनिवार देर शाम को एक साल के मासूम मनीष बैरवा का शव गड्ढे से निकाल लिया गया था। लेकिन मां की तलाश में जुटी टीम को अंधेरा होने के कारण बचाव अभियान रोकना पड़ा था। रविवार को एसडीआरएफ की टीम ने काफी प्रयास किए लेकिन संत्या का कहीं पता नहीं चला।
तैरकर ऊपर आया शव: संत्या की तलाश में सोमवार को फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया। एसडीआरएफ टीम ने नाव के जरिए पानी में तेज गति से चक्कर लगाए, जिससे दलदल में फंसा महिला का शव तैरकर ऊपर आ गया। सुबह करीब 9 बजे एसडीआरएफ की टीम ने शव को बाहर निकाला। पुलिस ने संत्या के शव को राजकीय जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है। पोस्टमार्टम के बाद मां-बेटे के शव उनके परिजनों को सुपुर्द किए जाएंगे। बताया जाता है कि संत्या का ससुराल पास के मेवदाखुर्द गांव में है तथा उसका पति जयपुर में मजदूरी करता है। संत्या पिछले करीब एक महीने से अपने पीहर रामपाली में रह रही थी।
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