केकड़ी, 15 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली अपने आगमन की तैयारी में है। लेकिन केकड़ी के छोटे व्यापारियों में इस बार वैसी उत्सुकता व उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। जिस दीपावली सीजन को कभी छोटे व्यापारियों के लिए “संजीवनी” माना जाता था। आज वह ऑनलाइन कारोबार की बढ़ती पहुंच के कारण फीका पड़ गया है। छोटे दुकानदार इस समय ग्राहकों की बाट जोह रहे है। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स उनकी राह का सबसे बड़ा रोड़ा बन गए है। शहर में ऑनलाइन कारोबार से जुड़ी बड़ी कंपनियों के डिपो बन चुके है, जिनसे प्रतिदिन बड़ी मात्रा में सामान ग्राहकों तक पहुंचाया जा रहा है।
करोड़ों का कारोबार प्रभावित: भले ही ऑनलाइन कारोबार में ग्राहकों के पास सीमित विकल्प होते हैं, फिर भी डिस्काउंट व सहूलियत के चलते हर वर्ग इसकी तरफ आकर्षित हो रहा है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ऑनलाइन कारोबार में लगातार हो रही यह बेतहाशा बढ़ोतरी छोटे व्यापारियों के लिए “खतरे की घंटी” है। व्यापारियों का कहना है कि अगर समय रहते इस पर नकेल नहीं कसी गई, तो हजारों छोटे व्यापारी बर्बाद होने की कगार पर खड़े हो जाएंगे। वर्तमान स्थिति यह है कि छोटे व्यापारी इस महत्वपूर्ण त्योहार के मौसम में भी दुकान पर ठाले (खाली) बैठे है। जिससे उनकी आजीविका व त्योहार की रौनक दोनों प्रभावित हो रही है।