केकड़ी, 04 फरवरी (आदित्य न्यूज नेटवर्क): अजमेर में 21 लाख रुपए का बीमा क्लेम लेने के लिए जिन्दा व्यक्ति को मृत बताने का मामला सामने आया है। मृत्यु का दावा पेश करने पर बीमा कंपनी की ओर से की गई इंटरनल जांच में इसका खुलासा हुआ। बीमा कम्पनी के मैनेजर ने क्रिश्चयगंज थाने में मामला दर्ज कराया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड अजमेर के शाखा प्रबंधक बलजोत सिंह ग्रेवाल ने क्रिश्चयनगंज थाने में शिकायत देकर बताया कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल जीवन बीमा कंपनी लिमिटेड एक कंपनी है।
केकड़ी जिले के रहने वाले है आरोपी यह कम्पनी बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण से प्राप्त लाइसेंस के तहत भारत के अन्य शाखाओं के साथ अजमेर राजस्थान में जीवन बीमा का व्यवसाय करती है। किशन के नाम पर 27 मई 2021 को पॉलिसी के लिए आवेदन किया गया। बीमा पॉलिसी 22 जून 2021 को जारी की गई। जिसकी बीमा राशि 21 लाख रुपए व अर्द्धवार्षिक प्रीमियम 70 हजार रुपए था। जिसमे नारायण (भाई) पुत्र नानू निवासी कुशलपुरा ग्राम पंचायत जोताया तहसील टांटोटी जिला केकड़ी को नोमिनी बनाया गया था।
ऑनलाइन आवेदन से खरीदी पॉलिसी उपरोक्त पॉलिसी बिना किसी एजेंट के कंपनी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरकर खरीदी गई थी। ऐसे मामले में सभी विवरण ग्राहक द्वारा स्वयं भरे जाते हैं। 30 दिसंबर 2021 को नारायण ने कंपनी के पास एक मृत्यु दावा पेश किया, जिसमें कहा गया कि किशन की मृत्यु 31 जुलाई 2021 को प्राकृतिक कारणों से हो गई है। दावा पेश करने के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया गया। पॉलिसी जारी होने की तारीख से सिर्फ 1 महीने 9 दिनों के भीतर बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो गई, इसलिए कंपनी ने एक आंतरिक जांच शुरू की।
जांच में जीवित मिला बीमित व्यक्ति जांच में पाया कि बीमित व्यक्ति के नाम पर मौत का झूठा दावा किया गया है। जबकि बीमित व्यक्ति जीवित और स्वस्थ है। डॉक्यूमेंट के आधार पर स्पष्ट हो गया कि कंपनी के समक्ष झूठा मृत्यु दावा दायर किया गया, ताकि कंपनी से बीमे के 21 लाख प्राप्त किए जा सके। नारायण ने धोखाधड़ी और जालसाजी करके अनुचित लाभ और मौद्रिक लाभ प्राप्त करने का प्रयास किया है। क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस ने कुशलपुरा ग्राम पंचायत जोताया तहसील टांटोटी जिला केकड़ी निवासी किशन व नारायण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
21 लाख रुपए का बीमा क्लेम उठाने के लिए जीवित को बताया मृत, आंतरिक जांच में खुलासा होने पर कम्पनी ने दर्ज कराया मुकदमा
