Sunday, December 21, 2025
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वकीलों का हल्ला बोल: राजनीतिक दबाव में पीछे हटने से किया इंकार, जिले का आंदोलन तेज करने के लिए गठित की 21 सदस्यीय संघर्ष समि​ति

केकड़ी, 09 दिसंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जिला बार एसोसिएशन केकड़ी ने जिला बचाओ आंदोलनको और अधिक सशक्त व निर्णायक बनाने का संकल्प लेते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मंगलवार को बार अध्यक्ष मनोज आहूजा की अध्यक्षता में आयोजित साधारण सभा की बैठक में सर्वसम्मति से 21 सदस्यीय जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया। यह समिति आंदोलन की रणनीति तैयार करेगी व उसका संचालन करेगी। बैठक को संबोधित करते हुए बार अध्यक्ष मनोज आहूजा ने कहा कि अधिवक्ता किसी भी राजनीतिक दबाव में नहीं आएंगे तथा केकड़ी को जिला बनाकर ही रहेंगे। आहूजा ने कहा कि केकड़ी को जिला बनाने की लड़ाई अधिवक्ताओं ने शुरू की है और यह लड़ाई किसी भी परिस्थिति में अधूरी नहीं छोड़ी जाएगी। चाहे सालों लग जाएं, आंदोलन निरंतर चलेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि संघर्ष समिति का गठन आंदोलन को अनुशासित, प्रभावी व परिणामकारी बनाने के उद्देश्य से किया गया है।

अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों ने बताई पहली प्राथमिकता: इस आंदोलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के दोनों उम्मीदवार निरंजन चौधरी व सीताराम कुमावत को भी संघर्ष समिति में शामिल किया गया है। दोनों उम्मीदवारों ने कहा कि अगर उन्हें अध्यक्ष बनने का मौका मिलता है, तो जिला आंदोलन उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। वे अधिवक्ताओं को साथ लेकर मजबूती के साथ आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्यकांत दाधीच ने सरकार के फैसले को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार का गलत निर्णय वापस कराकर केकड़ी को पुनः जिला बनाकर रहेंगे। आंदोलन की रणनीति व आगामी कार्यक्रम के तहत अधिवक्ताओं ने 28 दिसंबर को ब्लैक डेके रूप में मनाने का निर्णय किया। साथ ही आंदोलन को निरंतर जारी रखने के लिए प्रत्येक महीने दो दिन बड़े स्तर के कार्यक्रम आयोजित करने पर भी चर्चा की गई।

आवश्यकता व सम्मान का सवाल: इस दौरान अधिवक्ता लक्ष्मीचंद मीणा, हेमंत जैन, सलीम गौरी व पवन सिंह भाटी सहित सभी अन्य वक्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन केवल एक मांग नहीं है, बल्कि केकड़ी क्षेत्र की आवश्यकता और सम्मान का प्रश्न है। 21 सदस्यीय संघर्ष समिति: साधारण सभा में लिए गए निर्णय के अनुसार मनोज आहूजा, सूर्यकांत दाधीच, रामावतार मीना, अब्दुल सलीम गौरी, विशाल राजपुरोहित, अनिल कुमार शर्मा, पवन सिंह भाटी, परवेज नकवी, लक्ष्मीचंद मीणा, पवन कुमार राठी, समकित जैन, अनुराग पांडे, भूपेंद्र सिंह, सीताराम कुमावत, निरंजन चौधरी, रामप्रसाद कुमावत, रोडू मल सोलंकी, डीएल वर्मा, डीपी पंचोली, धर्मेंद्र सिंह राठौड़ व मुकेश शर्मा को 21 सदस्यीय संघर्ष समिति में शामिल किया गया है।

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