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सरकार की ‘अव्यावहारिक नीतियों’ के खिलाफ एकजुट हुए माइंस संचालक, अनिश्चितकालीन हड़ताल का  किया ऐलान, 250 माइंस में खनन ठप, 12 हजार श्रमिक हुए बेरोजगार

केकड़ी: समिति की बैठक में मौजूद माइंस संचालक।

केकड़ी, 17 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में माइंस संचालकों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है। रविवार को केकड़ी माइंस समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तब तक सभी माइंस बंद रहेंगी। इस हड़ताल से क्षेत्र की लगभग 250 माइंस बंद हो गई है, जिससे 12 हजार से अधिक श्रमिकों के सामने बेरोजगारी का संकट खड़ा हो गया है। इसके साथ ही एक हजार से ज्यादा गाड़ियों के पहिए भी थम गए है। जिससे परिवहन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

प्रमुख मांगें: माइंस संचालकों की मुख्य मांग MMCR 2017 (राजस्थान मिनरल कंसेशन रूल्स, 2017) के कुछ अव्यावहारिक नियमों में सुधार करना है। उनका कहना है कि ये नियम खनन व्यवसाय के लिए बहुत कठोर व नुकसानदायक है। संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर पहले से ही 6 अगस्त से माइंस बंद कर रखी थी लेकिन अब उन्होंने इसे अनिश्चितकालीन कर दिया है। इस मौके पर महेन्द्र पाटनी, सोनू लोढ़ा, आशीष जैन, बलवीर चौधरी, हेमाराम चौधरी, धन्नाराम डूडी, भंवरलाल चौहान, लोकेश प्रजापत, राजेश चौधरी, मदनलाल समेत कई माइंस संचालक मौजूद रहे।

हड़ताल का उल्लंघन करने पर लगेगा भारी जुर्माना: माइंस समिति ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कोई भी माइंस मालिक, संचालक या गाड़ी मालिक समिति के निर्णय के विरुद्ध जाकर खनन कार्य या लोडिंग करता है, तो उस पर एक लाख एक हजार रुपए का भारी जुर्माना लगाया जाएगा। यह सख्त कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि सभी सदस्य एकजुट रहें और हड़ताल सफल हो। इस हड़ताल में केकड़ी, एकलसिंगा, जूनियां, सलारी, बघेरा, बीजवाड़ व नयागांव के सभी माइंस मालिक शामिल है।

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