Sunday, June 1, 2025
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शैक्षणिक संस्थानों में मनाया मातृ दिवस, माताओं का किया सम्मान, बच्चों ने कला से व्यक्त किया प्रेम

केकड़ी, 10 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री सुधासागर दिगंबर जैन विद्या विहार सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नो बैग डे के अंतर्गत शनिवार को केजी सेक्शन के विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों के साथ मदर्स डे मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर कक्षा नर्सरी से कक्षा एचकेजी के छात्र-छात्राओं ने अपनी-अपनी माताओं की मौजूदगी में विभिन्न प्रस्तुतियों के माध्यम से मां की ममता को अभिव्यक्त किया। इस दौरान माताओं ने भी अपने बच्चों के साथ नृत्य की भावनात्मक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इनमें पेपर फोल्डिंग में श्रीमती दीक्षा गोयल, बैलून पासिंग में श्रीमती सुरभि जैन एवं चेयर रेस में श्रीमती कविता सुवालका विजेता रहे।

खेलकूद गतिविधियों का आयोजन कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए विभिन्न खेलकूद गतिविधियों  का आयोजन किया गया। कक्षा 6 से कक्षा 11 के विद्यार्थियों के लिए मां के सम्मान में भाषण, गायन, कार्ड मेकिंग, गिफ्ट पैकिंग आदि गतिविधियों का आयोजन किया गया। स्कूल निदेशक अजय जैन व प्रधानाचार्य एस एन खंडेलवाल ने मां की ममता पर प्रकाश डाला और सभी विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने दिन की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें। उन्होनें सभी माताओं से भी आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को फास्ट फूड न खाने दें तथा उनके साथ समय बिताएं व उन्हें मोबाइल आदि से दूर रखें। उपप्रधानाचार्य कैलाश चंद शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका भाविका जैन ने किया।

केकड़ी: बीएनपी ग्लोबल स्कूल में कागज पर उकेरी कल्पनाएं प्रदर्शित करते बच्चे।

कविता, गीत व लेखन से जताया मां के प्रति प्यार बीएनपी ग्लोबल एजुकेशनल अकादमी में शनिवार को मातृ दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने कविता, गीत व लेखन से मां के प्रति प्यार जताया। संस्था प्रधान तारा देवी पांडे ने मां का महत्व बताया। विद्यालय प्रभारी अंकित पांडे ने बताया कि कला शिक्षक गौरव पोपटानी के मार्गदर्शन में छात्रों ने मां के लिए कार्ड और पत्र बनाए, जिनमें अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। शिक्षक रामलाल खटीक, सुनील नामा, शालिनी राणावत, सुशीला नामा आदि ने बच्चों को प्रोत्साहित किया।

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