केकड़ी, 25 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): नगर पालिका केकड़ी की साधारण सभा गुरुवार को पालिका सभागार में विधायक शत्रुघ्न गौतम के मुख्य आतिथ्य एवं पालिका अध्यक्ष कमलेश साहू की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में उपखण्ड अधिकारी दीपांशु सांगवान विशेष तौर पर उपस्थित रहे। शुरूआत में अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने एजेंडे में शामिल प्रस्ताव पढ़कर सुनाए। सहायक अभियंता घासीलाल गुर्जर ने प्रत्येक प्रस्ताव को विस्तारपूर्वक सुनाया। प्रथम प्रस्ताव पढ़ते समय कांग्रेस पार्षद विनोद आचार्य व नवल दाधीच ने पूर्व में पारित विकास कार्यों के बारे में स्थिति स्पष्ट करने की बात कही। उनका कहना था कि पहले भी विकास के कई प्रस्ताव लिए गए थे, लेकिन उन पर काम नहीं हुआ। ऐसे में नए प्रस्ताव लेने का क्या फायदा।

पूर्ववर्ती सरकार पर साधा निशाना: बहस के दौरान नवल दाधीच ने वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा लगाते हुए कांग्रेस की झंडी लहराना शुरू कर दी। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र चौधरी, पार्षद लोकेश साहू सहित अन्य ने बीचबचाव करते हुए मामला शांत करवाया। भाजपा पार्षदों का कहना था कि पालिका की बैठक में इस तरह की भाषा का प्रयोग करना जनमत का अपमान है। इस दौरान विधायक शत्रुघ्न गौतम ने भी कांग्रेस पार्षदों को आड़े हाथों लिया तथा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जमकर घेरा। उनका कहना रहा कि गत विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में 15 हजार नाम कटवाए है तथा 5 हजार नाम जुड़वाए है। ऐसे में उन्हें बोलने का कोई हक नहीं है।

बिना भेदभाव होगा विकास: बैठक को संबोधित करते हुए विधायक शत्रुघ्न गौतम ने कहा कि वर्तमान सरकार सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है। विकास कार्यों में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। विकास की अवधारणा को साकार करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। स्वच्छता के मुद्दे पर बोलते हुए विधायक ने कहा कि शहर को स्वच्छ रखना केवल नगर पालिका की जिम्मेदारी नहीं है। इसके लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि जब तक हर घर से कचरा सही तरीके से इकट्ठा और निस्तारित नहीं होता तब तक हम एक स्वच्छ शहर का सपना पूरा नहीं कर सकते। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास की सफाई का ध्यान रखें तथा कचरा निर्धारित स्थानों पर ही डालें।

सभी पार्षदों ने रखी अपनी बात: नगर पालिका की साधारण सभा में यह पहला मौका रहा जब प्रत्येक पार्षद को बोलने का मौका दिया गया। पार्षदों ने भी मौके का फायदा उठाते हुए अपने वार्डों की समस्याओं समेत नगर के विकास के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा पत्र के माध्यम से अपनी मांगे सदन के पटल पर रखी। सदन ने सभी पार्षदों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उनका निस्तारण करने एवं विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने की प्रतिबद्धता जताई। बैठक के दौरान एजेंडे में शामिल सभी प्रस्ताव आवश्यक चर्चा के बाद सर्वसम्मति से पारित हो गए। बैठक में बड़ी संख्या में पालिका पार्षद व पालिकाकर्मी मौजूद रहे।

ये प्रस्ताव हुए पारित: बैठक में शहर में होने वाले विकास कार्यों व राजकीय भूमि नियमन व खांचा भूमि के लिए प्राप्त आवेदनों पर विचार कर निर्णय किए गए। नगर पालिका द्वारा आईएचएसडीपी योजना के तहत जारी आवंटन पत्रों के नवीनीकरण पर विचार किया गया तथा योजना के तहत पट्टे से वंचित रहे लोगों को पट्टे बनाकर देने का निर्णय किया गया। इसी प्रकार राजकीय विभागों को भूमि आवंटन करने, मानव संसाधन ठेके की अवधि विस्तार का अनुमोदन, घर-घर कचरा संग्रहण कार्य का अनुमोदन, नगर पालिका क्षेत्र में चिन्हित स्थानों पर वाई-फाई जोन विकसित करने, आधुनिक बस स्टैण्ड निर्माण कार्य की डीपीआर बनाने, नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारियों के नियुक्ति एवं स्थाईकरण का अनुमोदन करने तथा अंकेक्षण विभाग द्वारा गठित आक्षेपों के संबंध में सक्षम स्वीकृति के बारे में चर्चा की गई तथा सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया।

चर्चा में रहे ये मुद्दे: बैठक के दौरान नगर पालिका परिसर में स्थापित बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा मात्र पांच माह में ही क्षतिग्रस्त होने का मुद्दा प्रमुखता से उठा। जिस पर विधायक शत्रुघ्न गौतम ने अधिशासी अधिकारी को क्षतिग्रस्त प्रतिमा को सही करवाने, ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने तथा बघेरा रोड पर एक नई प्रतिमा लगवाने के निर्देश दिए। इसी के साथ मृत गायों के अंतिम संस्कार के लिए जमीन आवंटन करने, देवगांव गेट से जयपुर-भीलवाड़ा बाइपास मार्ग तक कनेक्टिंग रोड बनाने, शहर में चिन्हित 9 स्थानों को वाईफाई जोन के रूप में विकसित करने, तेलियान मंदिर से जयपुर रोड बाइपास चौराहे तक का सौन्दर्यकरण करने, कादेड़ा रोड पर ट्रेचिंग यार्ड की दीवारें ऊंची करवाने, अजमेर रोड पर पीरबाबा चौराहे का नाम श्रीराम सर्किल करने तथा नवनिर्मित दरवाजे का नाम श्रीराम द्वार करने का भी निर्णय किया गया।