केकड़ी, 13 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): नगर पालिका के अतिक्रमण तोडू दस्ते ने बुधवार को जयपुर रोड स्थित रामनगर कॉलोनी में सरकारी जमीन पर बने पक्के मकानों को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ढहा दिया। अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के कारण उनकी एक नहीं चली। इस दौरान पालिका की महिला कार्मिकों व कुछ महिलाओं के बीच हल्की कहासुनी भी हुई। मौके पर शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में भी लिया है।

सरकारी जमीन पर बनाए आलीशान मकान: प्राप्त जानकारी के अनुसार जयपुर रोड पर सीपीएड कॉलेज के पास कुछ परिवारों ने नगर पालिका के भूखंडों पर अवैध कब्जा कर पक्के मकान बना लिए थे। इनमें से कुछ मकान तो दो से तीन मंजिल तक ऊंचे थे। नगर पालिका प्रशासन ने इन लोगों को कई बार काम रोकने व निर्माण नहीं करने की चेतावनी दी थी, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। उल्टा अतिक्रमियों द्वारा अवैध निर्माण करने का क्रम लगातार जारी रहा।

महिलाओं व बच्चों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल: बुधवार सुबह नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा और तीन जेसीबी मशीनों की सहायता से कार्रवाई शुरू कर दी। अपना घर उजड़ता देख कई अतिक्रमणकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन पुलिस की मौजूदगी के कारण उनका विरोध शांत हो गया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पालिका की जेसीबी मशीन ने वहां रखे पानी के बर्तनों को भी तोड़ दिया। महिलाओं का कहना रहा कि खाना बनाने के बर्तन भी मलबे में दब चुके है। कार्रवाई के दौरान महिलाओं व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।

महिलाओं ने किया विरोध: इस दौरान नगर पालिका की महिला कर्मचारियों व कुछ महिलाओं के बीच हल्की कहासुनी भी हुई। पुलिस ने कुछ महिला-पुरुषों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। लोगों का कहना था कि पालिका प्रशासन का यह तरीका सही नहीं है। जब निर्माण कार्य हुआ तभी पालिका को कार्रवाई करनी चाहिए थी। बरसों पहले बने मकानों को तोड़कर पालिका ने लोगों के सिर से छत छीनने का काम किया है। कार्रवाई के दौरान शहर थाना पुलिस, नगर पालिका स्टॉफ एवं अजमेर विद्युत वितरण निगम के कार्मिक मौजूद रहे।

इनका कहना है: नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मनोज मीणा ने बताया कि नगर पालिका ने रामनगर में कुछ भूखंडों की नीलामी की थी, लेकिन इनमे से कई लोगों ने किस्तें जमा नहीं कीं। वहीं कुछ लोगों ने पालिका के भूखंडों पर कब्जा करके उन्हें दूसरों को बेच दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह के कुल 12 अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया था, जिन पर पक्के निर्माण हो रखे थे। इन सभी को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। यह सभी भूखण्ड बेशकीमती है। अतिक्रमण से मुक्त करवाने के बाद इन्हें नीलाम करने की कार्रवाई की जाएगी।