केकड़ी, 26 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): बार एसोसिएशन केकड़ी ने दौसा जिले के लालसोट तहसीलदार अमितेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उपखंड अधिकारी सुभाष चंद्र हेमानी को मुख्यमंत्री के नाम लिखा एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में आरोप है कि तहसीलदार ने 19 अगस्त को लालसोट बार एसोसिएशन के 13 वकीलों के खिलाफ एक मनगढ़ंत प्राथमिकी (FIR) दर्ज करवाई। जिसमें SC-ST एक्ट व राजकार्य में बाधा डालने के झूठे आरोप लगाए गए है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए बार काउंसिल ऑफ राजस्थान ने एक तीन-सदस्यीय कमेटी का गठन किया था।

कमेटी ने तहसीलदार को माना दोषी: कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया कि तहसीलदार ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए झूठी FIR दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार तहसीलदार ने वकीलों के साथ दुर्व्यवहार किया, उन्हें धमकाया तथा अदालत परिसर में प्रवेश करने से भी रोका। कमेटी ने तहसीलदार के आचरण को एक लोक सेवक के लिए अनुपयुक्त बताया तथा उनके खिलाफ गहन जांच करने के साथ-साथ उन्हें निलंबित करने की भी सिफारिश की है। इसके अलावा कमेटी ने उनके खिलाफ न्यायिक कार्य में बाधा डालने एवं अवमानना की आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की भी मांग की है।

निष्पक्ष जांच की मांग: ज्ञापन में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि दर्ज प्राथमिकी की निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान बार अध्यक्ष मनोज आहूजा, उपाध्यक्ष शिवप्रसाद पाराशर, सलीम गौरी, शैलेन्द्र सिंह राठौड़, भूपेंद्र सिंह राठौड़, परवेज नकवी, धर्मेंद्र सिंह राठौड़, दशरथ सिंह, अनुराग पांडे, परवेज नकवी, सीताराम गुप्ता, सुरेंद्र सिंह धन्नावत, शिवप्रकाश चौधरी, नरेंद्र लोधा, रोडू मल सोलंकी, फरीद खान, दिनेश पारीक, अर्जुन सिंह शक्तावत, मुकेश गढ़वाल, मुकेश शर्मा सहित कई अधिवक्ता उपस्थित थे।