केकड़ी, 16 दिसंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बघेरा में कार्यरत एक फार्मासिस्ट ने ड्यूटी रजिस्टर में अवकाश (सीएल) लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद एक वरिष्ठ डॉक्टर पर गंभीर दुर्व्यवहार, गाली-गलौज व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। फार्मासिस्ट ने ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (बीसीएमओ) केकड़ी को लिखित शिकायत देकर उचित न्याय की मांग की है। साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि यदि मानसिक तनाव जारी रहा तो वह आत्महत्या कर लेगा, जिसका सीधा जिम्मेदार डॉक्टर होगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में इस प्रकार के दुर्व्यवहार की घटना पर स्टाफ और आम जनता में रोष व्याप्त है।
क्या है पूरा मामला: सीएचसी बघेरा में पदस्थ फार्मासिस्ट विनोद तोंदवाल ने बीसीएमओ को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि उसने दिनांक 15 दिसंबर 2025 की CL ली थी, लेकिन वह उसी दिन सुबह 9:00 बजे सीएचसी पर उपस्थित हो गया तथा रजिस्टर में अपनी हाजिरी लगा दी। उसने 9:40 बजे ड्यूटी पर मौजूद डॉ. मनोज जाटावत को अपनी उपस्थिति के बारे में अवगत कराया। इस पर डॉ. जाटावत ने आपत्ति जताते हुए कहा कि आपने उपस्थिति क्यों लगाई, मैं तो CL भेजूंगा और इसकी जांच होगी। विनोद तोंदवाल ने जवाब में डॉक्टर से पूछा कि जब वे स्वयं छुट्टी पर थे और उन्होंने अपनी CL/PL नहीं लगाई तथा सभी हाजरियां एक साथ 15 दिसंबर 2025 को लगा दी, तो उस पर आपत्ति क्यों? फार्मासिस्ट का आरोप है कि इस जवाब से डॉ. जाटावत आक्रोशित हो गए और उन्होंने स्टाफ के समक्ष कथित तौर पर अत्यंत अभद्र एवं आपत्तिजनक शब्दों से संबोधित किया। इसके बाद उसे धक्का देकर कमरे से बाहर निकाल दिया गया।
मानसिक प्रताड़ना का लगाया आरोप: शिकायती पत्र में तोंदवाल ने यह भी दावा किया है कि डॉ. जाटावत न केवल उनके साथ बल्कि अन्य स्टाफ व अस्पताल आने वाले मरीजों से भी अक्सर गाली-गलौज करते हैं। फार्मासिस्ट ने कहा है कि जब से उन्होंने बघेरा में जॉइन किया है, तब से उन्हें मानसिक तनाव दिया जा रहा है। फार्मासिस्ट ने बीसीएमओ से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि उनके परिवार में उनके अलावा कोई पालनहार नहीं है और उनके पिताजी लकवे के मरीज हैं। उन्होंने गंभीर चेतावनी देते हुए कहा, यदि मेरा मानसिक संतुलन बिगड़ गया तो मैं सुसाइड भी कर लूंगा… और इन सब का जिम्मेदार डॉ. मनोज जाटावत होंगे।

