केकड़ी, 30 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय महाविद्यालय में चार सप्ताह से चल रहा रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्योराज मल मीणा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्राचार्य चेतन लाल रेगर ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से हुआ। शुरुआत में प्राचार्य ने मुख्य अतिथि का माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद छात्राओं ने प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई आत्मरक्षा तकनीकों का शानदार प्रदर्शन किया।

बढ़ाना होगा आत्मविश्वास: समारोह को संबोधित करते हुए श्योराज मल मीणा ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील है तथा इसी उद्देश्य से ऐसे प्रशिक्षण लगातार आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे इन तकनीकों को सीखकर न सिर्फ अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं, बल्कि भविष्य में दूसरी महिलाओं व लड़कियों को भी प्रशिक्षित करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों का विरोध न करना अपराधियों को बढ़ावा देता है। इसलिए हर महिला को जागरूक व आत्मनिर्भर बनना होगा।

यातायात व साइबर सुरक्षा की दी जानकारी: इस दौरान ट्रेफिक पुलिसकर्मी शिवराज ने यातायात नियमों व वाहन बीमा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। वहीं शहर थाना पुलिस के साइबर एक्सपर्ट नीरज सिंह मीणा ने साइबर सुरक्षा से जुड़ी बुनियादी जानकारी व सावधानियों के बारे में बताया, ताकि छात्राएं ऑनलाइन होने वाले संभावित खतरों से बच सकें। प्राचार्य चेतन लाल रेगर ने छात्राओं के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने छात्राओं से सीखी गई तकनीकों का लगातार अभ्यास करने का आग्रह किया, क्योंकि निरंतर अभ्यास ही आत्मविश्वास व साहस को बढ़ाता है।

प्रशिक्षकों का किया सम्मान: समापन समारोह में प्रशिक्षक नीतू कुमारी, पूजा जाखड़ व नीलेश नामा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सभी प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाण पत्र व पेन वितरित किए गए। संचालन मनोज कुमार ढाका ने किया। आभार कार्यक्रम संयोजक ज्योति मीना ने जताया। इस मौके पर समिति सदस्य माया पारीक व अधिराज सिंह जोधा सहित डॉ. रजनी, डॉ. शिखा माथुर, हंसराज मीणा, नीलम, प्रियंका, राज कुमावत तथा अन्य शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

